बीजिंग। पिछले कुछ महीनो से चीन में ऐसे कई मामले सामने आ रहे है जो चीन में मुसलमानों एवं अन्य अल्पसंख्यकों के साथ होने वाले भेदभाव, दुर्व्यवहार और अत्याचार की कथाये बया कर रही है। ये चीन की सरकार की वामपंथी नीतियों का ही असर है कि इस देश में करोड़ों ईसाई नागरिक होने के बावजूद हेनान प्रांत में रोमन कैथोलिकों समुदाय के पास प्रार्थना करने के लिए कोई चर्च नहीं बचा है। अब QR कोड के जरिए उइगर मुस्लिमों पर नजर रख रहा है चीन : HRW एक तरफ जहां चीन अपनी तकनीक और विकास के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता की बाते कर के ढींगे हाकता रहता है वही दूसरी ओर इस देश से कुछ ऐसी खबरे भी सामने आते रहती है जो इस देश का एक दूसरा भयानक चेहरा दुनिया के सामने पेश करती है। अभी कुछ समय पहले ही चीन सरकार द्वारा उइगर मुस्लिमों को अमानवीय तरीको से प्रताड़ित करने की बाते सामने आई थी और अब हेनान प्रांत में रोमन कैथोलिकों समुदाय के लोगों के साथ भी भेदभाव की खबरे सामने आने लगी है। भारत में घुसपैठ चीन की नई चाल, दिया कोलकाता से कुनमिंग तक बुलेट ट्रेन का प्रस्ताव दरअसल चीनी सरकार ने पिछले कुछ महीनो में अवैध कह कर एक एक करके कई चर्च गिराते जा रही है। इस वजह से अब इस देश के अधिकतर हिस्सों में एक भी चर्च नहीं बचे है। इसके साथ ही मध्य चीन में कुछ जगहों पर कैथोलिक चर्च के बाहर सरकारी साइन बोर्ड लगा कर बच्चों को प्रार्थना में नहीं शामिल न होने की चेतावनी भी दी गई है। ख़बरें और भी चीन का 17 साल का करोड़पति लड़का अब जायेगा जेल भारत की एनएसजी सदस्यता की राह में सिर्फ चीन बाधक : अमेरिका प्रेग्नेंट महिला के सूप में मिली ऐसी चीज़ कि देखकर निकल पड़ी चीख