अमृतसर: पंजाब में बीते कुछ दिनों में ईसाई धर्मांतरण की घटनाएँ बढ़ गई हैं। अब अमृतसर में करीब एक दर्जन परिवारों द्वारा घर-वापसी करने का मामला प्रकाश में आया है। धर्मांतरण को लेकर ‘दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमिटी’ (DSGMC) ने पंजाब के सीएम भगवंत मान से अपील भी की है कि वो इस पर हिमाचल प्रदेश की तरह पूरे प्रदेश में पाबंदी लगाएँ। इस मुद्दे को लेकर निहंग जत्थेबंदियों ने भी विरोध प्रदर्शन किया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब के अमृतसर जिले के अंतर्गत आने वाले कोहलेवाल गाँव में लगभग एक दर्जन परिवारों ने सिख धर्म में वापसी की है। इन परिवारों का पैसे का लालच देकर ईसाई बनाया गया था। DSGMC की कोशिशों के बाद इन परिवारों ने ‘घर वापसी’ का फैसला किया। DSGMC ने 3 अगस्त से इस अभियान की शुरुआत की थी और उसके बाद इन परिवारों से मिलकर इन्हें घर वापसी के लिए राजी किया गया। दिल्ली में गुरुद्वारों के प्रबंधन के कार्य देखने वाली संस्था DSGMC ‘धर्म प्रचार’ के लिए मुहीम चला रही है और इसके लिए इसकी एक अलग कमिटी भी बनाई गई है। इसकी ‘धर्म प्रचार कमिटी’ के प्रमुख मंजीत सिंह भोमा ने बताया कि लालच देकर इन परिवारों का ईसाई धर्मांतरण कराया गया था। बता दें कि पंजाब में इस वक़्त ‘आम आदमी पार्टी (AAP)’ की सरकार है और DSGMC की ‘धर्म प्रचार कमेटी’ के प्रमुख मनजीत सिंह भोमा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से धर्मान्तरण पर प्रतिबंध का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में मतांतरण पर पाबंदी है, ठीक उसी तरह पंजाब में भी पाबंदी लगाई जाए। वहीं उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की नाकामी को भी इसका जिम्मेदार बताया। पाकिस्तान में बाढ़ से मची तबाही पर पीएम मोदी ने जताई चिंता, पाक PM ने दिया ऐसा जवाब किसानों को मोदी सरकार का बड़ा तोहफा, कैबिनेट मीटिंग में हुआ ये फैसला सोनिया गांधी की माँ 'पाओला माइनो' का निधन, 27 अगस्त को ली थी अंतिम सांस