नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इस समय उप राज्यपला अनिल बैजल के घर के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं. सीसीटीवी लगाने के टेंडर को रोकने के मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने यह कदम उठाया हैं. अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ धरने पर उनकी कैबिनेट के मंत्री और विधायक भी उनका साथ दे रहे हैं. साथ ही यह मुख्य्मंत्री केजरीवाल ने उप-राज्यपाल अनिल बैजल पर कई आरोप भी लगाएं हैं. अरविंद केजरीवाल द्वारा धरने पर बैठने के साथ ही एलजी ने दिल्ली सरकार की कैबिनेट को मिलने की अनुमति प्रदान कर दी थी. लेकिन मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा था कि सभी विधायक आम जनता के प्रतिनिधि हैं, लिहाजा सभी को मिलने के लिए बुलाया जाना चाहिए. और उन्होंने मिलने सम्बंधित बात को लेकर मनाही कर दी थी. आपको बता दे कि धरने पर बैठने से पूर्व सीसीटीवी लगाने के टेंडर को रोकने के मामले को लेकर अरविंद केजरीवाल ने उप राज्यपाल अनिल बैजल से अपने मंत्रियों और विधायक के साथ मिलकर मार्च निकालने की घोषणा की थी. साथ ही राजधानी के उप मुख्यमंत्री सिसोदिया ने उप राज्यपाल (एलजी) को पत्र लिखकर उनसे मिलने के लिए समय की मांग भी की थी. इस बात को लेकर मनीष ने आगे कहा कि हम एलजी से पूछेंगे कि महिलाओं की सुरक्षा होगी तो क्या समस्या है? हमने एलजी साहब से समय मांगा है. राष्ट्रपति ने ख्वाजा की दरगाह पर जियारत की दुकान टूटने के सदमे से दुकानदार को हार्टअटैक, मौत 3 साल से कोई फरियादी नहीं आया इस थाने में