पेरिस: एकाएक बढ़ा ही जा रहा कोरोना का प्रकोप आज पूरी दुनिया के लिए महामारी का रूप लेता रहा है. वही इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 2 लाख 17 हजार से अधिक मौते हो चुकी है. लेकिन अब भी यह मौत का खेल थमा नहीं है. इस वायरस ने आज पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. कई देशों के अस्पतालों में बेड भी नहीं बचे है तो कही खुद डॉ. इस वायरस का शिकार बनते जा रहें है. वहीं संक्रमित मामलों में कमी को देखते हुए स्पेन और फ्रांस समेत और कई देश लॉकडाउन में ढील देने की योजना भी बनाने लगे हैं. लॉकडाउन से छूट का रोडमैप बना रहे स्पेन व फ्रांस समेत कई देश: महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित यूरोप के दो देश फ्रांस और स्पेन लॉकडाउन में छूट देने का रोडमैप बनाने लगे हैं. स्पेन में पिछले चौबीस घंटों में 301 लोगों की मौत हुई. यह दो अप्रैल को हुई 951 लोगों की मौत के मुकाबले तीन गुना कम है. देश में अब तक करीब 24 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. महामारी से जूझ रहे देश लॉकडाउन में छूट देकर अपनी खराब अर्थव्यवस्था को गति देना चाहते हैं. इसी के साथ बड़ा सवाल यह भी है कि आखिर स्कूल कब खुलेंगे? मिली जानकारी के अनुसार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों चाहते हैं कि स्कूल 11 मई से फिर से खुलें. लेकिन शिक्षक और अभिभावक स्वास्थ्य खतरों को लेकर चिंतित हैं. सरकार का हालांकि कहना है कि यह अभिभावकों को तय करना है कि वह अपने बच्चों को स्कूल भेजेंगे या नहीं. स्पेन ने भी बीते शनिवार से 14 साल से छोटे बच्चों को एक घंटे के लिए घर से निकलने की छूट दे दी है. वहां के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कहा है कि अगर महामारी से होने वाली मौतों में इसी तरह से कमी आती रही तो दो मई से लॉकडाउन में चार चरणों में छूट दी जाएगी. उन्होंने जून के अंत तक स्थिति सामान्य हो जाने की उम्मीद जताई है. 24 घंटों में 1300 मौतें, कोरोना के सामने लाचार ये महाशक्ति देश क्या सच में भी विजय देवरकोंडा की यह फिल्म निकली फ्लॉप भारत ने रद्द किया 'घटिया' कोरोना किट का आर्डर, भड़का चीन