मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना द्वारा इन दिनों मुंबई में कथित तौर पर फेरी वालों के खिलाफ मोर्चा चलाया जा रहा है। इन लोगों को व्यस्त क्षेत्र से हटने के लिए कहा जा रहा है। कई बार एमएनएस द्वारा गैर मराठियों को लेकर आंदोलन चलाया गया। मगर जानकारी यह सामने आई है कि, मुंबई निवासी कुछ मराठी एमएनएस की कार्रवाई से अनभिज्ञ रहे हैं। ये लोग हाॅकर्स का कार्य करते हैं। एमएनएस द्वारा फेरीवालों के खिलाफ जो कार्रवाई एफफिंस्टन फुटओवर ब्रिज हादसे के बाद की गई है, उससे उत्तर भारतीय लोग तो घबराए हुए हैं ही साथ ही वहां रहने वाले कुछ मराठी लोगों को भी अपना रोजगार छिनने का डर है। इसी डर से परेशान वाशी ट्राॅन्स हार्बर लाईन में वर्षों से कृत्रिम गहनों का कारोबार करने वाली महिला छाया नारायणकर से सवाल किए गए कि, यहां बाहर से आने वालों को फेरी लगाने में आखिर कौन सहायता करता है। इन बाहरी लोगों को धंधा करने में रेलवे अधिकारी और पुलिसकर्मी सहायता करते हैं, मगर वे जब कार्रवाई करते हैं, तो अधिकारी उन्हें फोन पर जानकारी देते हैं, जिसके कारण वे लोग भाग जाते हैं मगर महिलाऐं पकड़ी जाती हैं। राज्य सरकार ने नया नियम जारी कर अब स्टेशन परिसर के बाहर फेरीवालों को जगह देने का निर्णय लिया है लेकिन फेरीवाले इससे खुश नहीं हैं। उनका कहना है कि रिज़र्व रखे गए स्थान पर उनका कारोबार नहीं चल सकता है। ऐसी ही एक कारोबारी छाया येरवाल इन बातों से संतुष्ट नहीं हैं। फेरी वालों की पिटाई से एमएनएस कार्यकर्ता घायल कांग्रेस व एमएनएस कार्यकर्ताओं में भिडंत मुंबई में मनसे कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी राज ठाकरे के वफादार ने बताई हक़ीकत