नई दिल्लीः देश में अर्थव्यवस्था की खास्ताहाल की हर ओर चर्चा हो रही है। तमाम रेटिंग एजेंसियां भारत के विकास दर को कम बता रही है। लेकिन कुछ विशेषज्ञ हैं जिन्हें इकॉनामी में ऐसी कोई परेशानी नहीं दिखती। ऐसी ही एक शख्स हैं दुनिया के जाने माने फंड मैनेजर और इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट मार्क मोबियस। जिनका मानना है कि देश में मंदी जैसी कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था बेहतर ढंग से चल रही है और इसमें अभी और निवेश की जरूरत है। मोबियस का मानना है कि भारत की ग्रोथ में रुकावट का सबसे बड़ा कारण टैक्सेशन है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने FPI और सुपररिच पर लगे सरचार्ज को हटाने का फैसला किया है। इसकी लंबे समय से मांग चल रही थी। हालांकि, इसके बाद भी बाजार की स्थिति खराब बनी हुई है और निवेशक अपना पैसा निकाल रहे हैं। एफआईआई ने इक्विटी से 31,000 करोड़ रुपये निकाले हैं। एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में मोबियस ने कहा कि भारत लंबी अवधि में विकास करना जारी रखेगा,मगर टैक्सेशन को लेकर भ्रम बना हुआ है। मोबिउस ने कहा कि FPI से सरचार्ज वापस लेने का फैसला सही है, लेकिन भारत की ग्रोथ रेट को सही होने में एक से दो साल का समय लग सकता है। मोबियस ने कहा कि इसके अलावा भारत की ग्रोथ रेट बढ़ सकती है क्योंकि पीएम मोदी की ओर से इसमें लगातार सुधार किया जा रहा है। बता दें कि सरकार इकॉनामी के खराब हालत के कारण विपक्ष के निशाने पर है। अगस्त माह में सेवा सेक्टर के विकास दर में आई गिरावट यूएस-चाइना ट्रेड वॉर भारत के लिए हो सकता है फायदेमंद सरकार के इस कदम से आयात बिल होगा कम