इंदौर: मध्य प्रदेश के मशहूर व्यापमं घोटाले को लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं। किन्तु अब राज्य में सामने एक और अजीबोगरीब घोटाले ने सभी का ध्यान खींचा है। दरअसल, अब राज्य में विवाह घोटाला की चर्चा चल रही है। पैसाखोरों ने राज्य में शादी-विवाह को भी लूट का माध्यम बना लिया। अनुमान है कि शिवराज सरकार की एक चर्चित योजना में धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपये का गबन कर लिया गया। बताया जा रहा है कि विवाह घोटाले को भी बड़ी ही शातिराना ढंग से अंजाम दिया गया है। अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इसकी विस्तृत जांच शुरू कर दी है। इस घोटाले को 'कोविड-19 वेडिंग स्कैम' भी कहा जा रहा है। दरअसल, देश में कोरोना महामारी के संकट काल के समय राज्य में कागजों पर हजारों शादियां करा दी गईं थी और सरकारी खजाने में इन्हीं शादियों के नाम पर जमकर लूट मचाई गई। आरोप है कि एक संगठित रैकेट ने कोरोना के दौरान लागू किए गए लॉकडाउन में कागजों पर यह शादियां दिखाकर मुख्यमंत्री विवाह योजना से करोड़ों रुपये निकाल लिए। पहले यह माना जा रहा था कि विदिशा के सिरोंज में लगभग 3,500 फर्जी विवाह कराए गए हैं। लेकिन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जब जांच के आदेश दिये और ED ने जब इसकी छानबीन शुरू की, तो पता चला कि कम से कम ऐसी 50,000 फर्जी शादियां लॉकडाउन के दौरान हुई हैं। यहां बता दें कि शिवराज सरकार की इस चर्चित योजना के तहत प्रत्येक जोड़े को 51,000 रुपये दिये जाते हैं। 11 हज़ार गरीब बेटियों की शादी कराएगी योगी सरकार, कल और 17 जून को होंगे सामूहिक विवाह समारोह स्मृति ईरानी ने निभाया वादा, ISRO के लिए रवाना हुई अमेठी की बेटी CM शिवराज ने किए सवाल, जवाब नहीं दे पाए डीईओ और फिर जो हुआ...