न्यूयॉर्क: देश सहित विदेशों में भी वैज्ञानिकों द्वारा नई नई खोजें की जा रही हैं। जानकारी के अनुसार बता दें कि मंगल ग्रह की सतह को खोदने के लिहाज से तैयार किया गया नासा का एक अंतरिक्ष यान 48.2 करोड़ किलोमीटर की यात्रा छह महीने में पूरी करने के बाद सोमवार को लाल ग्रह पर उतरा है। वहीं कैलिफोर्निया के पासाडेना में स्थित नासा की जेट प्रोपल्सन प्रयोगशाला के उड़ान नियंत्रकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब यह खबर आई। करतारपुर मामला: पाकिस्‍तान पहुंच झलका सिद्धू का पाक प्रेम, बोले इमरान का कर्जदार हूँ यहां बता दें कि जब एक उड़ान नियंत्रक ने अंतरिक्ष यान के मंगल की सतह पर उतरने की घोषणा की तो उनके साथी उत्साहित होकर उछलने लगे और ताली बजाने लगे। वहीं नासा के अनुसार इनसाइट नामक यह यान एक पैराशूट और ब्रेकिंग इंजन की मदद से रफ्तार को धीमा किये जाने के बाद उतरा है। इसके साथ ही मंगल से पृथ्वी की दूरी लगभग 16 करोड़ किलोमीटर है और अंतरिक्षयान के बारे में रेडियो सिग्नल से मिल रही जानकारी यहां तक आने में आठ मिनट से ज्यादा का समय लग रहा है। बता दें कि 1976 के बाद से नासा ने नौवीं बार मंगल पर पहुंचने का यह प्रयास किया। अमेरिका के पिछले प्रयास को छोड़कर बाकी सभी सफल रहे। यहां बता दें कि पिछली बार नासा का अंतरिक्षयान क्यूरियोसिटी रोवर के साथ 2012 में मंगल पर उतरा था। चीन के सबसे अमीर आदमी जैक मा को लेकर हुआ एक बड़ा खुलासा, जानकर दांग रह गयी पूरी दुनिया गौरतलब है कि इनसाइट की मंगल पर उतरने की पूरी प्रक्रिया सात मिनट तक चली। वहीं भारतीय समयानुसार सोमवार रात 1.24 बजे ये मंगल की सतह पर उतरा। सात मिनट तक पूरी दुनिया के वैज्ञानिक दम साधे इस पूरी प्रक्रिया को लाइव देखते रहे। जैसे ही इनसाइट ने मंगल की सतह को छुआ, सभी वैज्ञानिक खुशी से झूमने लगे। नासा के प्रशासक जिम ब्राइडेंस्टाइन ने इनसाइट के टचडाउन का ऐलान करते हुए सभी को बधाई दी। खबरें और भी भारत के दुख में फिर खड़ा हुआ अमेरिका, ट्रम्प बोले -आतंकियों को कभी जीतने नहीं देंगे जमाल खशोगी हत्याकांड: तुर्की पुलिस ने शव की खोज में खंगाले होटल लेकिन नहीं मिला कोई सुराग दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा है रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल, भारत ने जताई चिंता