हमारे जीवन में ग्रहो की बुरी द्रष्टि का प्रभाव हानिकारक हो सकता है। इस प्रभाव को रत्नो के माध्यम से कम कर सकते है। इन रत्नो को धारण करने से आपके जीवन में संकट कम होते है व ग्रहो की सुद्रष्टि आप पर पड़ती है। जीवन में आप तरक्की के मार्ग पर आगे बढ़ने लगते है। मूंगा रत्न मंगल गृह का प्रतिनिधित्व करता है। ज्योतिष शास्त्र में मूंगा रत्न साहस का स्वरुप माना गया है इसको धारण करने से आपके भीतर साहस और जोश का संचार होने लगता है। रत्न शास्त्र में यह कहा गया है जिन जतको की कुंडली के भीतर मंगल का स्थान कमजोर पड़ता है उन जातको को मूंगा धारण करना चाहिए। मूंगा रत्न बहुत ही खूबसूरत रत्नो में से एक होता है यह सफेद, लाल, सिंदूरी, गेरुआ और काले रंग में पाया जाता है। जो भी जातक मूंगा को धारण करता है तो उसकी कुंडली में मंगल मजबूत होता है। इससे ग्रहो के शुभ प्रभाव में वृद्धि होती है, जो भी जातक इसे धारण करता है उसको दिल की समस्या में सकारात्मक सहायता प्रदान होती है। मूंगा मंगल गृह का रत्न कहा जाता है जो कि साहस का प्रतिक कहा जाता है मूंगा रत्न शक्ति, बल, साहस के लिए धारण किया जाता है। यदि आपको रक्त से सम्बंधित किसी भी प्रकार की समस्या है तो आप मूंगा धारण कर सकते है यह आपको रक्त समस्या से लड़ने में सहायत प्रदान करता है। जो भी व्यक्ति उदास निराश व हताश रहता है उसको मूंगा धारण करना चाहिए यदि आपको किसी भी प्रकार का अनजान भय परेशान कर रहा है तो आप मूंगा धारण कर सकते है। घड़ी की गलत दिशा ला सकती है आपका बुरा समय, इन दिशाओं में लगाना है उचित महिलाएं क्यों नहीं फोड़ती नारियल, जानिए क्या है कारण काली सरसो से होंगे आपके काम सफल, करने होंगे यह उपाय