तरणतारण। पंजाब में एक शहीद का कोफिन पहुंचा। सारा गांव उमड़ गया है। हर कहीं शहीद परमजीत सिंह अमर रहे के नारे लग रहे हैं। कई आंखें नम हैं। सैनिकों ने अपनी बंदूकों को फायर करने के साथ उल्टा कर दिया है और सभी गमगीन हैं दरअसल जम्मू कश्मीर के मेंढर में 22 सिक्ख रेजीमेंट के लांस नायक परमजीत सिंह शहीद हो गए। उन्होंने दुश्मनों को अपनी बहादुरी का परिचय दिया। अब उनकी पार्थिव देह उनके गृह क्षेत्र तरणतारण में पहुंच गई है। हालांकि सरकार का कोई भी प्रतिनिधि परमजीत के परिजन से मिलने नहीं पहुंचा इस बात का दुख उन्हें हुआ। परमजीत की बेटी गमगीन थी उसने अपने पिता की पार्थिव देह को अंतिम नमन किया और फिर कहा कि हमें अपने पिता का पूरा शव चाहिए। बेटी सरोज ने अपने पिता की कुर्बानी के बदले पाकिस्तानी सेना के 50 सिर की मांग की और कहा कि हमें एक के बदले 50 सिर चाहिए। सैन्य सम्मान के साथ उन्हें विदाई दी गई। हमले में शहीद हुए दूसरे जवान बीएसएफ के जवान प्रेम सागर की पार्थिव देह तिरंगे में लिपटे कोफिन में रखकर उनके गृह क्षेत्र देवरिया पहुंची। यहां उन्हें सैन्य सम्मान प्रदान किया गया। इस दौरान उनके भाई ने कहा कि मेरा भाई शहीद हुआ है। हमें इस बात पर गर्व है। उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेना को आदेश दें और फिर जिस तरह की हालत भारतीय सैनिकों की की गई है वैसी ही हालत पाकिस्तानी सैनिकों की की जाए। प्रेम सागर को लेकर यह जानकारी सामने आई कि उन्होंने अपनी पत्नी की तबियत फोन पर पूछती थी। उन्होंने अपनी पत्नी के ब्लड प्रेशर को लेकर भी सवाल किए थे और फिर बाद में जानकारी आई कि वे चीर निद्रा में चले गए हैं। हालात ये थे कि दोनों ही शहीदों के मकान में काम चल रहा था और दोनों जब कभी छुट्टी पर आते अपने मकान के काम को देखते थे। सीमा पर तनाव के बीच PM मोदी से मिलने पहुंचे रक्षा मंत्री अरुण जेटली पत्थरबाजी के चलते निरस्त हुआ बाईपोल, आतंकियों ने किया बैंक का कैश लूटने का प्रयास भारतीय सेना ने दिया पाक को जवाब, 7 PAK सैनिक ढेर, 2 चौकियां ध्वस्त