तेल अवीव: पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के आधिकारिक आवास के बाहर हजारों प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों में भाग ले लिया. रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल ही में सरकार विरोधी प्रदर्शनों की शुरुआत के उपरांत से यह राजधानी में आयोजन की जानेवाली सबसे बड़ी रैली है. सूत्रों के अनुसार, कुछ 10,000 लोगों ने पीएम के निवास पर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. तटीय शहर कैसरिया में नेतन्याहू के निजी घर के बाहर लगभग 1 हजार लोगों ने प्रदर्शन कर रहे है. वहीं इस बात का पता चला है कि इन हजारों लोगों ने देश भर में पुलों और राजमार्ग के मुख्य मार्गों पर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने दिन में 4 लोगों को दक्षिण में विरोध प्रदर्शनकारियों की एक जोड़ी पर अटैक करने और हाइफा में प्रदर्शनकारियों पर रॉकेट फेंकने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने के आरोप में हिरासत में लिया जा चुका है. पुलिस द्वारा एक बयान में बताया गया है कि इजराइल पुलिस किसी को भी पुलिस अधिकारियों, नागरिकों या संपत्ति के विरुद्ध हिंसा के प्रदर्शन का विरोध करने की अनुमति नहीं दी जाने वाली है. हिंसक दंगे, कानून का उल्लंघन और कानून (सार्वजनिक) आदेश और बर्बरता से दृढ़ता से निपटा जानें वाला है. और तदनुसार लागू कर दिया जाएगा. वहीं पीएम पर रिश्वत, धोखाधड़ी और भरोसा के उल्लंघन के इलज़ाम लग रहे हैं. नेतन्याहू कुछ वर्षों से भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी पर कई मुद्दों में एक साथ जांच करने में लगे हुए है, यही कारण है कि उन्हें सभी मंत्री पदों को छोड़ना पड़ा, लेकिन इजरायल के बीच 1 वर्ष में तीन स्नैप आम चुनावों के साथ एक लंबी राजनीतिक शक्ति संकट का सामना कर रहे है. नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप बोले, भारत-चीन विवाद का व्यापक असर पड़ेगा नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप बोले, भारत-चीन विवाद का व्यापक असर पड़ेगा नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप बोले, भारत-चीन विवाद का व्यापक असर पड़ेगा