नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कांग्रेस की विचारधारा और डीएनए हिंदू और सनातन धर्म विरोधी हैं। पूनावाला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी अब कह रही है कि जो लोग गेरुआ या भगवा रंग के कपड़े पहनते हैं, उन्हें राजनीति में नहीं आना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस ऐसी बात केवल सनातन धर्म के साधुओं के लिए कह रही है, लेकिन क्या वे कभी मौलानाओं या अन्य धार्मिक नेताओं के लिए ऐसा कहेंगे? पूनावाला ने आगे कहा कि कांग्रेस ने पहले भी ‘सनातन बीमारी’, ‘हिंदू आतंकवाद’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है और सनातन धर्म को बार-बार निशाना बनाया है। उनका आरोप था कि कांग्रेस हिंदू धर्म को हमेशा से नुकसान पहुंचाने की कोशिश करती रही है और पार्टी वोट बैंक की राजनीति के लिए हिंदुओं के खिलाफ बात करती है। उन्होंने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया कि पार्टी ‘वोट जिहाद’ को धर्मनिरपेक्ष मानती है और ‘बंटोगे तो कटोगे’ जैसे नारों को सांप्रदायिक बताती है। दूसरी ओर, ‘संविधान बचाओ सम्मेलन’ में मल्लिकार्जुन खरगे ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर इशारों में टिप्पणी की। खरगे ने कहा कि यदि वे साधु-संत हैं और गेरुआ कपड़े पहनते हैं तो उन्हें राजनीति से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी के कुछ नेता साधु के वेश में राजनीति कर रहे हैं और मुख्यमंत्री भी बन गए हैं, उनके सर पर बाल भी नहीं हैं। खरगे ने कहा कि बीजेपी के नेता गेरुआ वस्त्र धारण करके भी नफरत फैलाने वाले बयान देते हैं, जो उनकी पवित्रता पर सवाल खड़ा करता है। खरगे ने कहा कि साधु-संतों का काम देश को जोड़ना होना चाहिए, लेकिन बीजेपी नेताओं की बयानबाजी से देश में विभाजन की भावना फैलाई जा रही है। उनका आरोप था कि बीजेपी गेरुआ वस्त्र पहनकर भी लोगों के बीच नफरत फैलाने की कोशिश कर रही है, जबकि संतों का काम समाज को जोड़ने का होता है। ब्राज़ील-गुयाना और नाइजीरिया के दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी, G 20 समिट में होंगे शामिल वैन में 650 किलो चांदी की ईंटें, महाराष्ट्र चुनाव के बीच पुलिस को मिला जखीरा महाराष्ट्र के बागियों पर कांग्रेस का सख्त एक्शन, 28 उम्मीदवारों को निकाला बाहर