देश में हमेशा से ही हिन्दू-मुस्लिम एकता की बात की जाती हैं, लेकिन, हालात यह है कि सबसे अधिक दंगे-फसाद भी इन्ही दो पक्षों के बीच ही देखन को मिलते हैं. लेकिन, हाल ही में एक मौलाना ने हिन्दू धर्म में पूजनीय गौ माता को लेकर एक बड़ी बात कही हैं. जमात उलेमा ए हिंद के मौलाना अरशद मदनी द्वारा गौ को लेकर एक बड़ा बयान दिया गया हैं. मौलाना द्वारा दिए गए एक बयान के मुताबिक़, अगर गाय के नाम पर प्रतिदिन बढ़ रही हिंसाओं को रोकने का काम करना हैं, तो स्पष्ट रूप में गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित कर किया जा सकता हैं. मौलाना मदनी ने अपने बयान में कहा है कि, गाय को राष्ट्रीय पशु बनाये जाने के बाद गाय के खरीदने और बेचने पर सभी तरह का प्रतिबन्ध लग जाएगा. अगर सरकार ऐसा करती हैं, तो गाय और मानव दोनों की जान को कोई खतरा नहीं होगा, दोनों ही सुरक्षित रहेंगे. मदनी ने आगे कहा कि, असम में, झारखंड में, राजस्थान में, यूपी में लोगों को गाय की वजह से कत्ल किया जा रहा है. इसमें मुसलमानों और दलितों का कत्ल किया गया और मारा पीटा गया. हमें ऐसी कोशिश करनी चाहिए जिससे गाय का वजूद भी महफूज रहे और देश का वजूद भी महफूज़ रहे.'' मौलाना के मुताबिक़, गाय को बचाने का सर्वश्रेष्ठ तरीका यह है कि, गाय को कानूनी रूप से सुरक्षित कर दिया जाए. उन्होंने मोर और अन्य जानवरों के उदाहरण भी सुरक्ष के नाम पर दिए हैं. उन्होंने कहा कि, जिस तरह मोर देश का राष्ट्रीय पक्षी हैं, उसी तरह गाय को राष्ट्रीय पशु बनाया जाये, जिससे कि मानव और गाय दोनों ही महफूज रहेंगे. हाल ही में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा दिए गए बयान को लेकर भी मौलाना ने आक्रोश व्यक्त किया. और उन्होंने कहा कि, गिरिराज सिंह कहते है कि, सभी भगवान् श्री रांम के वंशज हैं यह बात सत्य हैं. लेकिन, उन्हें यह साबित करने की जरूरत हैं? क्या वे मानेगे कि, दलित भी भगवान श्री राम के ही वंशज है. ट्रक पलटने से गई 8 मजदूरों की जान, 8 अन्य मजदूर घायल छात्र को दी गन्दी सजा तो शिक्षक पंहुचा हवालात कोर्ट के सामने कचरा न परोसे केंद्र सरकार: SC