लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से किसी मुस्लिम को समाजवादी पार्टी (सपा) का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की माँग की गई है। बरेलवी उलेमा मौलाना शहाबुद्दीन ने सपा मुखिया से यह माँग की है। बता दें कि, मौलाना शहाबुद्दीन, ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा है कि अगर अखिलेश यादव ऐसा नहीं करते हैं, तो मुस्लिमों के पास भी दूसरे विकल्प खुले हुए हैं। उन्होंने सपा के मुस्लिम प्रेम को महज दिखावा बताया है। मौलाना शहाबुद्दीन ने अपने वीडियो संदेश की शुरुआत में 28-29 सितंबर 2022 को लखनऊ में प्रस्तावित सपा के राष्ट्रीय सम्मेलन का जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि इस सम्मेलन में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर फैसला होना है। मौलाना शहाबुद्दीन के मुताबिक, ये लगभग पहले से पक्का है कि अखिलेश यादव ही फिर से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे। अपने वीडियो में मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा है कि इस बार सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष किसी मुस्लिम को बनाया जाना चाहिए, क्योंकि मुस्लिमों ने मुलायम और अखिलेश दोनों को सीएम की कुर्सी पर बिठाया है। उन्होंने कहा कि पहले जो सपा पहले थी अब वो नहीं है। अब सपा बिखर चुकी है। अखिलेश यादव मुस्लिमों के मुद्दों की अनदेखी करते हैं। शहाबुद्दीन ने मुस्लिम आबादी बढ़ने का हवाला देते हुए कहा है कि अखिलेश यादव की बिरादरी (यादव समाज) के लोग पूरे यूपी में महज 7 फीसद हैं। जबकि, राज्य में मुस्लिमों की आबादी 22 से 25 फीसद है। ये मुस्लिमों का हक है कि इस बार सपा के तमाम बड़े पद वही तय करें। मौलाना शाहबुद्दीन ने आगे कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद मुस्लिमों को देने के लिए अखिलेश यादव को कुर्बानी देनी पड़ेगी। अखिलेश यादव ये कुर्बानी नहीं दे सकते तो आने वाले चुनावों में मुस्लिमों के पास अन्य विकल्प खुले हुए हैं। विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर रेस्ट हाउस में की परिचर्चा हर्षोल्लास से मनाया गया आत्म साक्षात्कार महोत्सव आज से लखनऊ में सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन, फिर होगी अखिलेश की ताजपोशी