बिहार से नाबालिग को किडनैप कर दिल्ली ले गया मौलवी अब्दुल, जामा मस्जिद के पास किया बलात्कार, पुलिस पर भी लापरवाही के आरोप

पटना: बिहार के जहानाबाद में एक मदरसे के मौलवी पर नाबालिग लड़की का यौन शोषण करने का आरोप है। मौलवी, जिसकी पहचान जहानाबाद में अल्बनत एकरा अकादमी में शिक्षक मौलवी अब्दुल मन्नान के रूप में की गई है, कथित तौर पर नाबालिग को नौकरी दिलाने के लिए एक मंत्री से मिलने की आड़ में उसे पटना ले गया। पटना पहुंचने पर आरोपी ने दावा किया कि मंत्री दिल्ली में हैं और उन्हें वहां जाने की जरूरत है। नाबालिग ने बताया कि जब उसने दिल्ली जाने का विरोध किया, तो मौलवी ने उसे नशीला पदार्थ खिला दिया और जबरन शहर ले गया। दिल्ली में जामा मस्जिद के पास वह उसे एक होटल में लाया और उसके साथ बलात्कार किया।

एक रिपोर्ट के अनुसार, नाबालिग की मां और पीड़िता ने जहानाबाद नगर पुलिस स्टेशन में अब्दुल के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता ने दावा किया कि "आरोपी ने कई लड़कियों को नौकरी दिलाने का वादा कर उन्हें पटना बुलाया था और इसी बहाने मुझे भी उसके साथ चलने के लिए मना लिया था।" उधर, घटना के बाद से आरोपी मौलवी फरार है। पीड़िता ने अपने बयान में इस केस के जांच अधिकारी (आईओ) सुनील कुमार यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने आरोप लगाया कि सुनील कुमार ने उसे प्रताड़ित किया और इलाज न कराने के लिए मजबूर किया। बहरहाल, आईओ ने इन आरोपों का खंडन किया है।

पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा कि, ''मैं 7 दिसंबर को सुबह 10 बजे कॉलेज के लिए निकली। मौलवी ने पहले ही कहा था कि हमें नौकरी के लिए पटना जाना होगा। मंत्री जी के साथ बैठक है। उन्होंने मुझसे कहा कि, 'तुम अपने दस्तावेज ले जाओ और पैसे भी ले लो। मुझे पटना जाना है, मैं शाम को लौटूंगा।' पीड़िता ने बताया कि, चूंकि पहले भी कई लड़कियों को पटना ले जाया गया था, इसलिए मैंने अपनी मां को नहीं बताया।'

पीड़िता ने बताया कि, ''जब हम पटना पहुंचे तो मौलवी ने कहा, 'मंत्री यहां नहीं हैं, वह दिल्ली में हैं। हमें दिल्ली जाना है।’ मैंने इसका विरोध किया। फिर उसने मुझे कुछ खिलाया और जबरदस्ती मुझे दिल्ली ले गया।” दिल्ली में जामा मस्जिद के पास मौलवी ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने बताया कि मौलवी ने अन्य लड़कियों के साथ भी यही अपराध किया है। उन्होंने न्याय की मांग करते हुए कहा कि, "अगर इस मामले की जांच नहीं हुई, तो मैं आत्महत्या कर लूंगी और मेरे केस की जांच कर रहे आईओ सुनील कुमार इसके लिए जिम्मेदार होंगे।"

पीड़िता ने बताया कि वह 13 दिनों तक आईओ सुनील कुमार के पास गयी, लेकिन उन्होंने उसकी शिकायत नहीं ली। पीड़िता ने प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी ने उससे कहा कि अगर वह मेडिकल जांच कराएगी तो कोई उससे शादी नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि, ''इसके बाद मैं डर गई और कोर्ट में बयान दिया कि मुझे कुछ नहीं हुआ।'' सुनील कुमार ने कहा कि लड़की द्वारा लगाया गया आरोप झूठा है और उन्होंने उस पर कोई दबाव नहीं डाला है। पीड़िता ने यह भी कहा कि आरोपी मौलवी अब्दुल मन्नान के परिवार के लोगों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और उसका वीडियो वायरल करने की धमकी दी। 

वहीं, पीड़िता की मां ने कहा कि अब्दुल मन्नान के खिलाफ जहानाबाद नगर थाना में लिखित शिकायत देकर एफआईआर दर्ज कराई गई है।  उन्होंने कहा कि, “एफआईआर दर्ज हुए एक हफ्ते से ज्यादा समय हो गया है, फिर भी मौलवी अब्दुल मन्नान को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है। ऐसी कई लड़कियां हैं जिनके साथ उसने गलत काम किया और जो डर के कारण सामने नहीं आतीं, लेकिन हम चाहते हैं कि इसकी जांच हो। ताकि वह किसी और के साथ गलत न कर सके।”

उधर, उपमंडल पुलिस अधिकारी राजीव कुमार ने कहा है कि, ''लड़की के परिवार ने अपहरण का मामला दर्ज कराया था। साथ ही लड़की के परिजनों ने नाबालिग का मेडिकल चेकअप कराने से भी इनकार कर दिया। इसलिए बच्ची का मेडिकल नहीं हो सका। इलाज के लिए दोबारा आवेदन किया गया है। प्रक्रिया चल रही है।”

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