किसानों के समर्थन में उतरीं मायावती, कहा- दंगों की आड़ में निर्दोष किसान नेताओं को बलि का बकरा न बनाएं

लखनऊ: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन गणतंत्र दिवस के दिन उग्र हो गया जिसके बाद कुछ किसान संगठनों ने अपने कदम आंदोलन से पीछे हटा लिए। किन्तु इसके बाद सरकार की कार्रवाई को लेकर विपक्ष एकजुट हो गया है। इस बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने ऐलान किया है कि आज संसद में हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण का उनकी पार्टी बहिष्कार करती है। 

इसके साथ ही मायावती ने सरकार पर भी निशाना साधा है। मायावती ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा है कि 'बी.एस.पी. ने, देश के आन्दोलित किसानों के तीन विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने की माँग नहीं मानने व जनहित आदि के मामलों में भी लगातार काफी ढुलमुल रवैया अपनाने के विरोध में, आज मा. राष्ट्रपति के संसद में होने वाले अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला लिया है।'

इसके बाद मायावती ने एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि, 'साथ ही, कृषि कानूनों को वापस लेकर दिल्ली आदि में स्थिति को सामान्य करने का केन्द्र से पुनः अनुरोध तथा गणतंत्र दिवस के दिन हुए दंगे की आड़ में निर्दोष किसान नेताओं को बलि का बकरा न बनाए। इस मामले में यूपी के बीकेयू व अन्य नेताओं की आपत्ति में भी काफी सच्चाई। सरकार ध्यान दे।'

फ्रांस में फटा कोरोना का गुब्बार, सामने आए 23,770 नए संक्रमित केस

'किसानों पर नहीं बल्कि लालू की अवैध संपत्ति पर मानव श्रृंखला बनाए राजद...'' तेजस्वी पर JDU का तंज

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख को न्यूयॉर्क में मिली कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक

 

Related News