लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सपा से गठबंधन से अलग होने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को एक समीक्षा बैठक ली। बताया जा रहा है कि बैठक में पार्टी अध्यक्ष मायावती ने पदाधिकारियों को 17 पिछड़ी जातियों को ओबीसी से हटाकर एससी श्रेणी में शामिल करने के योगी सरकार के निर्णय के खिलाफ जनता के बीच जाने के निर्देश दिए हैं। इस बैठक में मायावती ने योगी सरकार के इस निर्णय को गैर-कानूनी और असंवैधानिक करार दिया है। इसके साथ ही बैठक में राज्य में होने वाली विधानसभा उप चुनाव को लेकर रणनीति पर भी चर्चा की गई। मायावती ने यूपी की 12 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव को लेकर गठबंधन टूटने से पहले ही ऐलान कर दिया था कि पार्टी यह उपचुनाव अकेले लड़ेगी। वहीं, अब सपा के साथ गठबंधन टूटने के बाद यह निर्धारित हो चुका है कि पार्टी सभी 12 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। लोकसभा चुनाव 2019 में गठबंधन के सहारे राज्य की 10 सीटों पर जीत हासिल करने वाली बसपा विधानसभा उप चुनाव को लेकर विशेष रणनीति बनाने में जुटी है। बताया जा रहा है कि बैठक में 12 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव में उम्मीदवारों को लेकर भी चर्चा की गई। जानकारी के मुताबिक, मायावती ने बैठक में कार्यकर्ताओं से कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी को मुस्लिमों का वोट बड़ी तादाद में मिला था। इसी वजह से मायावती ने बैठक में मुस्लिम वोटरों को बीएसपी से जोड़ के रखने की सलाह दी। तेजस्वी ने रखी तेजप्रताप को पार्टी से निकालने की शर्त, लालू परिवार में मचा हड़कंप ! सोनिया गाँधी ने लोकसभा में उठाया रायबरेली कोच फैक्ट्री का मुद्दा, मोदी सरकार पर लगाया ये आरोप आकाश विजयवर्गीय पर बेहद नाराज़ हुए पीएम मोदी, कहा - मनमानी करने की छूट किसी को नहीं