लखनऊ: पंजाब में बिजली संकट के बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और पूर्व सीएम मायावती ने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है. मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ''पंजाब में बिजली के गंभीर संकट से आमजन-जीवन, उद्योग-धंधे व खेती-किसानी आदि बुरी तरह से प्रभावित, जो यह साबित करता है कि वहाँ की कांग्रेस सरकार आपसी गुटबाजी, खींचतान व टकराव आदि में उलझकर जनहित व जनकल्याण की ज़िम्मेदारी को तिलांजलि दे चुकी है, जिसका जनता को संज्ञान लेना ज़रूरी.'' 1. जैसाकि सर्वविदित है कि यूपी में चाहे कांग्रेस पार्टी की सरकार रही हो या सपा की अथवा वर्तमान में भाजपा की, पुलिस व सरकारी तंत्र को निष्पक्षता से काम नहीं करने देने व इनका घोर दुरुपयोग करने के कारण ये सभी सरकारें यहाँ की जनता को कानून का राज देने में अति-विफल रही हैं। — Mayawati (@Mayawati) July 3, 2021 अपने अगले ट्वीट में मायावती ने लिखा है कि, ''अतः पंजाब के बेहतर भविष्य व राज्य में वहाँ के लोगों की भलाई इसी में निहित है कि वे कांग्रेस पार्टी की सरकार से मुक्ति पाएं तथा आगामी विधानसभा आमचुनाव में शिरोमणि अकाली दल व बी.एस.पी. गठबंधन की पूर्ण बहुमत वाली लोकप्रिय सरकार बनाना सुनिश्चित करें, ऐसी मेरी सभी से गुज़ारिश.'' बता दें कि बसपा सुप्रीमो की यह टिप्पणी ऐसे में आई है जब पंजाब में सियासी रस्साकशी जारी है. बता दें कि पंजाब में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बीच पहले से तलवारें खींची हुईं हैं. इस बीच सिद्धू ने अपनी ही पार्टी पर हमला बोला है. सियासी खींचतान और बिजली संकट के बीच यह बात सामने आई है कि सिद्धू ने खुद अपने घर का बिजली का बिल काफी समय से नहीं चुकाया है. जानकारी के अनुसार, नवजोत सिंह सिद्धू ने बीते लगभग नौ माह से अपने घर का बिल नहीं भरा है. उनपर कुल 8 लाख, 67 हजार और 540 रुपये बकाया है. सऊदी अरब के स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 के प्रसार को रोकने के उपायों की सिफारिश की क्या भाजपा की साख बचाने के लिए कुर्बान हुए तीरथ सिंह रावत ? जानिए क्यों देना पड़ा इस्तीफा फ्लोरिडा में इमारत गिरने से अब तक 22 लोगों की हुई मौत