लखनऊ। उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने उत्त्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन का मसला उठाया है। मायावती ने विरोध करते हुए कहा कि वे आगामी 3 दिनों में इस मसले को न्यायालय में लेकर जाऐंगी। उन्होंने पहले चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करने की बात भी कही थी। मगर भारत निर्वाचन आयोग ने ईवीएम की प्रणाली को पारदर्शी और विश्वसनीय बताकर इसे नकार दिया था। चुनाव आयोग द्वारा स्पष्ट शब्दों में कहा गया कि इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन और चुनावों में पारदर्शिता बरतने के लिए तकनीक और प्रशासन के स्तर पर सावधानी रखनी होगी। इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ की संभावना को लेकर उन्होंने कहा था कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाना चाहिए। हालांकि चुनाव आयोग ने कहा था कि किसी दल के पास कोई सबूत नहीं है जिससे यह सिद्ध होता हो कि इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ की जा सकती है। आयोग द्वारा इन सबूतों को देखने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा। अविवाहित मुख्यमंत्रियों की लिस्ट में शामिल हुआ योगी आदित्यनाथ का नाम आरएसएस ने अपना एजेंडा लागु करने के लिए योगी को बनाया सीएम - मायावती EVM की शंकाओं को दूर करने चुनाव आयोग शुरू करेगा जागरूकता अभियान