लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और पूर्व सीएम मायावती ने ऐलान करते हुआ कहा है कि जब तक नए मीडिया सेल का गठन होने तक कोई भी पार्टी का प्रवक्ता नहीं है। मायावती ने आज यानी शुक्रवार (17 मार्च) को ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बसपा द्वारा पार्टी के मीडिया सेल का पुनर्गठन प्रस्तावित है। इस परिस्थिति में नए मीडिया सेल का गठन होने तक अब कोई पार्टी का प्रवक्ता नहीं है। अतः श्री धर्मवीर चौधरी समेत पार्टी के जो भी लोग मीडिया में यदि अपनी बात रखते हैं तो वह उनकी व्यक्तिगत राय होगी, पार्टी का अधिकृत वक्तव्य नहीं। बता दें कि बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मवीर चौधरी ने माफिया अतीक अहमद के परिवार का बचाव करते हुए मामले की CBI जांच कराए जाने की मांग की थी। धर्मवीर चौधरी ने कहा था कि अतीक की पत्नी बसपा नेता शाइस्ता परवीन ने उमेश पाल हत्याकांड में CBI जांच की मांग है। इस पर सरकार को न्याय हित में CBI जांच करानी चाहिए। इसके बाद बसपा नेता धर्मवीर चौधरी के इस बयान को लेकर पार्टी पर कई सवाल उठे थे। इतना ही नहीं बसपा नेता उमाशंकर भी माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के बचाव में उतर आए थे। उमा शंकर सिंह ने शाइस्ता परवीन पर इनाम के ऐलान को पुलिस की विफलता बता दिया था। उन्होंने कहा था कि उमेश पाल हत्याकांड को सुलझाने में पुलिस की नाकामी से ''ध्यान भटकाने'' की एक कोशिश है। उन्होंने कहा था कि यदि शाइस्ता के साथ अपराधियों की तस्वीर से ही इनाम घोषित करना है तो अखिलेश यादव पर भी मुकदमा होना चाहिए। उनकी भी तस्वीर शूटरों के साथ आई है। शराब घोटाले में घिरे मनीष सिसोदिया को 21 मार्च तक खाली करना होगा सरकारी बंगला, जानें पूरा मामला ? 1 अप्रैल को जेल से बाहर आ सकते हैं कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू, रोड रेज मामले में काट रहे हैं सजा 'आपने खुद हार मान ली, हम सरकार बहाल नहीं कर सकते..', उद्धव ठाकरे को सुप्रीम कोर्ट की दो टूक