नई दिल्ली : राजधानी में आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से कर्नाटक में कांग्रेस-जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) गठबंधन सरकार में मंत्री पद से वंचित और असंतुष्ट कांग्रेसी नेता एम बी पाटिल ने मुलाकात की. दोनों नेताओं की मुलाक़ात में कोई भी हल न निकल सका. और अंततः कर्नाटक कांग्रेस के नेता एमबी पाटिल को वापस कर्नाटक लौटना पड़ा. वे आज शाम यहां पुनः लौट आए. बता दे कि एमबी पाटिल को कर्नाटक जेडीस-कांग्रेस गठबंधन में मंत्री पद नही मिला हैं. वे इससे असंतोष नजर आए. एमबी पाटिल ने बातचीत में बताया कि उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक संतोषजनक नहीं रही. हालांकि उन्होंने कहा कि वह किसी पद के आंकाक्षी नहीं है और पार्टी में उन्हें कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा, मेरी गांधी के साथ चर्चा हुई. मैंने उन्हें अपनी भावनाओं से अवगत कराया है. उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफ़ा दिए जाने को लेकर कहा कि मेरे कांग्रेस छोड़ने की किसी भी प्रकार की कोई योजना नहीं हैं. पाटिल ने कहा कि वह विधायक पद के रूप में ही जनता की सेवा करेंगे. बता दे कि इससे पहले ख़बरें यह भी मिली थी कि पाटिल को किसी भाजपा नेता ने भाजपा में शामिल होने के लिए कहा था. लेकिन उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के किसी नेता द्वारा भाजपा में शामिल कराने के लिए संपर्क किये जाने संबंधी सवाल को सिरे से खारिज कर दिया. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस में किसी भी प्रकार का कोई असंतोष नहीं हैं. यूपी की खराब स्वास्थ्य व्यवस्था पर समाजवादी नेता का बड़ा बयान शाह पेश करेंगे त्रिपुरा सरकार के 100 दिन का रिपोर्ट कार्ड 4 साल का हिसाब मांगने वाले 4 पीढ़ियों का हिसाब दें : अमित शाह