कोच्ची: केरल में एक 60 वर्षीय हृदय रोगी की मौत के बाद उनके परिवार ने डॉक्टर पर अयोग्य होने का आरोप लगाया, जिसके बाद हंगामा खड़ा हो गया। पुलिस ने परिवार की शिकायत के आधार पर डॉक्टर को हिरासत में ले लिया है। यह घटना 23 सितंबर को कोझिकोड जिले के कोट्टाकादावु के एक निजी अस्पताल में हुई। मृतक का नाम विनोद कुमार था। उनके बेटे अश्विन ने बताया कि उनके पिता का इलाज करने वाला डॉक्टर, जो कि अस्पताल का RMO (रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर) था, पूरी तरह से योग्य नहीं था। अश्विन ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने 2011 में MBBS में दाखिला लिया था, लेकिन अभी तक अपनी दूसरी वर्ष की परीक्षा भी पास नहीं की है। अश्विन ने सवाल उठाया कि एक अयोग्य व्यक्ति उनके पिता का इलाज कैसे कर सकता है। विनोद कुमार को गंभीर एनजाइना और सांस लेने में तकलीफ होने पर अस्पताल लाया गया था, लेकिन RMO ने परिवार को बताया कि मरीज को देर से लाया गया था, इसलिए वह ज्यादा कुछ नहीं कर सकता। इस घटना के बाद, अस्पताल ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि डॉक्टर की योग्यता को सत्यापित करने में चूक हुई थी। आरोपी डॉक्टर अबू अब्राहम ल्यूक को बर्खास्त कर दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि डॉक्टर ने मेडिकल पंजीकरण नंबर जमा किया था और अस्पताल की सामान्य प्रक्रिया का पालन किया गया था। इससे पहले भी वह कोझिकोड और मलप्पुरम के कई अस्पतालों में काम कर चुका था। भागलपुर: खेलते हुए बच्चों को मिला बम, धमाके में 7 घायल, जांच में जुटी पुलिस सावरकर पर बयान देकर फंसे राहुल गांधी, कोर्ट ने बड़ी बात कहकर भेजा समन चेकिंग करने आए पुलिसकर्मियों पर शराब तस्करों ने चढ़ाई शराब से भरी कार और फिर...