नई दिल्ली: खसरा (मीजल्स) और रूबेला जैसी गंभीर बीमारियों से बच्चों को दूर रखने के लिए केंद्र सरकार द्वारा देशभर में महा अभियान चलाया जा रहा है. खसरा के संक्रमण से बच्चों को बचाने के लिए उन्हें मिजिल्स-रुबेला का टीका लगाया जा रहा है, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत चलने वाले इस अभियान की शुरुआत सोमवार 26 नवंबर से हो चुकी है. रेलवे ने रद्द की आज की 114 ट्रेनें, यात्रियों को हो सकती है परेशानी डब्ल्यूएचओ के 10 दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के सदस्य देशों के साथ मिलकर भारत इस अभियान के माध्यम से 2020 तक खसरा को खत्म करने और रूबेला /जन्मजात रूबेला सिंड्रोम (सीआरएस) पर लगाम लगाने की योजना पर काम कर रहा है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से देशभर में युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया गया है और इसके तहत लगभग 41 करोड़ बच्चे को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है. तेजी से बढ़ रही है ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में धोखाधड़ी, बचने के लिए इन बातों का रखे ख़्याल स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को मीसल्स-रूबेला के लिए केंद्र सरकार के मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम का आगाज़ किया, जिसमें उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) जिले के छह लाख से ज्यादा बच्चे का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है, जिले के 193 विभिन्न जगहों पर इसके लिए केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें स्कूल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और आंगनवाड़ी केंद्र आदि स्थलों पर टीकाकरण अधिकारी ने नेतृत्व में कार्य को अंजाम दिया जाएगा. खबरें और भी:- विमानन कंपनियों द्वारा वेब चेक-इन पर भारी शुल्क लगाने पर हंगामा, अब सरकार करेगी समीक्षा Video : 'मिस ग्रैंड इंटरनेशनल' का ताज जीतते ही ख़ुशी के मारे बेहोश हो गई मॉडल शेयर बाजार: बाजार में बढ़त के साथ बिता हफ्ते का पहला दिन, 373 अंकों की तेजी के साथ बंद हुआ सेंसेक्स