भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आ रही है यहाँ सरकारी गांधी मेडिकल कॉलेज से शिशु रोग में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही महिला डॉक्टर आकांक्षा माहेश्वरी ने हॉस्टल में स्वयं को बेहोशी के इंजेक्शन लगाकर खुदखुशी कर ली। बृहस्पतिवार को पुलिस ने यह खबर दी है। पुलिस के मुताबिक, आकांक्षा का शव बुधवार की शाम को हमीदिया हॉस्पिटल स्थित गांधी मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में उसके कमरे से बरामद किया गया है। कोहेफिजा पुलिस थाना के प्रभारी विजय सिसौदिया ने बताया कि, आकांक्षा ने बेहोशी की दवा के ढाई मिलीलीटर के 4 इंजेक्शन लगा कर खुदखुशी कर ली है। उन्होंने कहा कि पुलिस को मौके से दवा की खाली शीशी तथा सीरिंज प्राप्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि आकांक्षा गांधी मेडिकल कॉलेज, हमीदिया में शिशु रोग में पीजी पाठ्यक्रम की प्रथम वर्ष की छात्रा थी। उन्होंने बताया कि आकांक्षा मध्यप्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली थी तथा एक माह पहले ही संस्थान में पीजी करने आई थी। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट प्राप्त हुआ है, जिसमें उसने लिखा है कि वह मानसिक तौर पर मजबूत नहीं है तथा तनाव बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। उसने व्यक्तिगत वजहों का हवाला दिया है तथा यह कदम उठाने को लेकर अपने माता-पिता से माफी मांगी है। बुधवार को आकांक्षा ने प्रातः लगभग सात बजे अपने घर वालों को भी फोन किया था। सिसौदिया ने कहा कि छात्रावास में रहने वाली अन्य विद्यार्थियों ने पुलिस को बताया कि आकांक्षा के कमरे का दरवाजा बुधवार को सुबह से बंद था। शाम को जब उसकी साथी छात्राएं छात्रावास पहुंचीं तो दरवाजा बंद होने पर सुरक्षा गार्ड को उन्होंने इसकी खबर दी। गार्ड ने चिकित्सालय प्रबंधन को सूचित किया। सिसौदिया ने बताया कि खबर प्राप्त होने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसके कमरे का दरवाजा खुलवाया तथा उसे मृत पाया। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की विस्तृत तहकीकात कर रही है। दाह संस्कार से ठीक पहले जीवित हो उठी मृत महिला, 1 दिन बाद फिर त्याग दिए प्राण आमजन को बड़ा झटका, LPG और CNG के बाद अब बढ़े बिजली के दाम 'मेरे पास BJP और RSS नेताओं की अश्लील सीडी है', इस नेता के बयान से मचा बवाल