बॉलीवुड की 'ट्रैजेडी क्वीन' कही जाने वाली मीना कुमारी (Meena Kumari) अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन लोग उन्हें भुला नहीं पाए हैं। मीना ने अपनी एक्टिंग और ख़ूबसूरती से लोगों को अपना दीवाना बना लिया था और उस दशक में लोग उन्हें बहुत प्यार करते थे। उस दौर में उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया था और अक्सर ही उनसे जुडी कई कहानी किस्से लोगों के बीच वायरल होते रहते हैं। अपने अफेयर की खबरों से लेकर शराब की लत तक के लिए वह चर्चाओं में रहीं थीं। जी हाँ और मीना कुमारी की चर्चित फिल्मों में 'पाकीजा' (Pakeezah) थी। कहा जाता है 60 से 70 के दशक में कमाल अमरोही (Kamal Amrohi) और मीना कुमारी (Meena Kumari) अपने कुछ क्रू मेम्बर्स के साथ 'पाकीजा' की शूटिंग के लिए मध्य प्रदेश के शिवपुरी इलाके पहुंचे तब ही बियाबान इलाक़े के पास उनकी गाड़ी का पेट्रोल ख़त्म हो गया और उन्होंने गाड़ी साइड में लगा दी। हालाँकि इतनी ही देर में चंबल के डाकुओं के एक गिरोह ने आकर उनकी गाड़ियों को घेर लिया। वहीं रात के समय जब उन्होंने हथियारबंद दर्जनों डाकूओं को देखा तो डर से कांपने लगे। इस दौरान गाड़ी को घेरने के बाद कमाल अमरोही ने उनमें से एक से बोला कि 'तुम अपने सरदार से कहो कि वो हमसे कार में ही आकर मिलें'। जब कमाल अमरोही ने ये बोला तभी एक शख़्स उनके पास आया और पूछा कि 'तुम कौन हो?' उन्होंने बोला 'मैं कमाल अमरोही हूं और शूटिंग करने चंबल आया हूं'। वहीं शूटिंग सुनते ही वो शख़्स ग़ुस्से में आ गया और सबको पुलिसवाला समझ कर ग़ुस्से से बात करने लगा, क्योंकि उसे लगा कि ये लोग पुलिसवाले हैं और यहां पर हमारा 'शूट' यानि एनकाउंटर करने आए हैं। वहीं इसी गलतफहमी के चलते कमाल अमरोही और मीना कुमारी डाकुओं के चंगुल में फंस गए हैं। हालाँकि इसके बाद हिम्मत जुटाते हुए कमाल अमरोही ने पूछा 'आपका नाम'? तो वो शख़्स बोला 'दस्यु बागी अमृत लाल (Daku Amrit Lal Chambal) सुना है ये नाम तुमने अपनी बंबई में?'। आप सभी को बता दें कि डाकू अमृत लाल उस ज़माने का चंबल घाटी का सबसे क्रूर और निडर डकैत था, जिसके ऊपर बहुत भारी इनामी राशि थी और जिसके नाम से पुलिस भी कांपती थी। हालाँकि यह सब होने के बाद कमाल अमरोही ने अमृत लाल को बताया कि 'वो कोई पुलिसवाले नहीं है और न ही गोलीबारी करने आए हैं, उनकी शूटिंग का मतलब फ़िल्म की शूटिंग है'। ये सुनते ही डाकू अमृत लाल का व्यवहार थोड़ा नर्म हो गया और कमाल अमरोही जैसी मशहूर शख़्सियत को अपने सामने देखकर ख़ुश हो गया। उसके बाद बातचीत के बीच उस डाकू को पता चला कि दूसरी गाड़ी में एक्ट्रेस मीना कुमारी बैठी हैं। जी दरअसल डाकू अमृत लाल मीना कुमारी का बेहद बड़ा फैन था। वहीं उसने उनसे मीना कुमारी से मिलने की ज़िद की और कहा कि 'मिलने के बाद ही सबको दिल्ली जाने देगा।' इस दौरान ख़ुशी में पागल डाकू अमृत लाल ने उस रात सबके लिए नाच-गाने के साथ-साथ खाने-पीने का भी इंतज़ाम कराया और उनकी गाड़ी में पेट्रोल भी उसके ही आदमियों ने भरवाया और फिर सब जाने की तैयारी करने लग गए। इस दौरान डाकू मीना कुमारी का ऑटोग्राफ लेना चाहता था, लेकिन कागज और पेन का इंतजाम न होने के चलते डाकू अमृत लाल ने चाकू मंगाकर कमाल अमरोही और मीना कुमारी के सामने रख दिया। कहा जाता है यह सब देखकर मीना कुमारी काफी सहम गई थीं। वहीं इसके बाद चाकू रखने की वजह पूछने पर डाकू ने कहा कि 'मीना कुमारी जब उसके हाथ पर चाकू से अपना नाम लिखेंगी तभी यहां से सब लोग जा पायेंगे'। उसके बाद उसकी जिद के आगे मीना कुमारी ने उसके हाथ पर चाकू से अपना नाम लिखने की हिम्मत की और सभी लोग वहां से निकल गए। क्या सच में भी साउथ मूवीज के लिए लकी चार्म है करण जौहर देर रत पार्टी करने पहुंचे विकैट, बाँहों में दिखी बाहें एलिमिनेशन से बचने के लिए पायल ने कंगना के सामने किया हैरान करने वाला खुलासा, कहा- "करियर को चमकाने के लिए तांत्रिक पूजा..."