शिलांग: मेघालय के ईस्ट जयंतिया हिल्स जिले की पानी से भरी हुई 'रेट होल' कोयला खदान में नौसेना के गोताखोरों को गुरुवार को एक शव मिला था. इसके साथ ही खदान में गोताखोरों को कई कंकाल भी दिखाई दिए हैं. खदान में एक महीने से भी अधिक समय से 15 श्रमिक फंसे हुए हैं. गुरुवार को शव व कंकाल दिखने के बाद अब उनके जीवित बचने की संभावना बहुत कम दिखाई दे रही है. सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल, चांदी की चमक पड़ी फीकी हालांकि कंकाल व शव की शिनाख्त नहीं होने से अभी यह पुष्टि नहीं हुई है कि ये फंसे हुए श्रमिकों के ही हैं. नौसेना के राहत व बचाव कार्य के प्रवक्ता आर. सुसनगी ने जानकारी देते हुए बताया है कि, एक खनिक का सड़ा हुआ शव खिंचकर बाहर लाया जा चुका है. हालांकि अभी उसकी पहचान नहीं हो पाई है और वह इतना गल गया है कि और टुकड़े-टुकड़े भी हो सकता है. अंतराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मुकाबले मजबूत हुआ रुपया उल्लेखनीय है की नौसेना के गोताखोरों ने 30 दिसंबर से फंसे हुए श्रमिकों की खोज व बचाव अभियान शुरू किया था. उन्हें हादसे के 36 वें दिन पानी के अंदर उपयोग किए जाने वाले आरओवी (दूर से संचालित किए जाने वाले वाहनों) के जरिए कई कंकाल दिखाई दिए. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या ये कंकाल और शव लापता खनिकों के ही हैं? नौसेना प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने दिल्ली में बताया है कि 160 से 201 फीट की गहराई में दिखाई दिए एकमात्र शव को निकालने की कार्रवाई में हिदायत देने के लिए पहुंची डॉक्टरों की टीम ने कहा है कि शव को ज्यादा न खिंचा जाए, वरना वह क्षत-विक्षत हो सकता है. खबरें और भी:- कुछ दिनों की तेजी के बाद आज शेयर बाजारों में दर्ज की गई गिरावट 28 हजार रु वेतन, 27 जनवरी से पहले करें आवेदन साढ़े छह किलो चरस के साथ, अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर गिरोह का एक सदस्य गिरफ्तार