श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन को लेकर चल रहा विवाद अब शांत होता दिख रहा है। बीजेपी-पीडीपी गठबंधन के तहत एक बार फिर से राज्य में सरकार बन सकती है और पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती मोहम्मद सईद राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री। ये फैसला पीडीपी विधायकों की बैठक में लिया गया। उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया और शुक्रवार को वो इसी सिलसिले में राज्यपाल एन एन वोहरा से मिलेंगी। हांला कि इस मुलाकात के बाद ही इस बारे में आधिकारिक घोषणा होने के आसार है। दो दिन पहले ही महबूबा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद ही तीन महीने से सरकार गठन को लेकर चला आ रहा मतभेद भी समाप्त हो गया। पीडीपी विधायक दल की बैठक के बाद शुक्रवार को बीजेपी के विधायक दल के बीच मीटिंग होनी है। बैठक जम्मू-कश्मीर में होनी है, इसके लिए बीजेपी के महासचिव व जम्मू-कश्मीर के प्रभारी राम माधव जम्मू जाएंगे। इस मीटिंग के बाद माधव राज्य बीजेपी के अध्यक्ष सतपाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री निर्मल सिंह व राज्यपाल के साथ मुलाकात करेंगे। कहा जा रहा है कि ये मुलाकात राज्य में सरकार गठन को लेकर होनी है। इसके साथ ही कयास लगाए जा रहे है कि 29 मार्च को महबूबा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। खुद के विधायक दल का नेता चुने जाने को लेकर महबूबा ने पार्टी का धन्यवाद किया और कहा कि मेरे नेतृत्व के लिए आप लोगों ने जो विश्वास दिखाया, मैं उसे कभी टूटने नहीं दूंगी। मैं अपने पिता के मिशन को आगे बढ़ाते हुए जनता की भलाई के लिए काम करुंगी। विधायक दल की बैठक से पहले महबूबा गुरुवार को अपने पिता के मजार पर गई, वहां उन्होने चादर व फूल चढ़ाए। उनके साथ उनकी बेटी भी थी। उधर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने महबूबा पर निशाना साधते हुए कहा कि जब सरकार बनना ही था, तो जनता को ढाई महीने तक इंतजार क्यों करवाया। बता दें कि पिछले 7 जनवरी को तत्कालीन सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद के आकस्मिक निधन से राज्य में सरकार गठन का संकट गगहराने लगा था। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य में राज्यपाल शासन लागू था।