श्रीनगर: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत का बयान सामने आने के बाद एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र को अपने निशाने पर लिया है. हाल ही में उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, 'केंद्रशासित प्रदेश की स्थिति से निपटने के लिए सरकार के पास दमन ही एकमात्र तरीका है।' जी दरअसल जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक ट्वीट किया है जिसमे उन्होंने लिखा है, 'कश्मीर को खुली जेल में बदलने के बाद भी, बिपिन रावत का बयान कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि दमन जम्मू-कश्मीर की स्थिति से निपटने का एकमात्र तरीका है। यह उनके आधिकारिक कथन का भी खंडन करता है कि यहां सब ठीक है।' इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा, 'सामूहिक गिरफ्तारी, अपनी मर्जी से इंटरनेट को निलंबित करने, लोगों की तलाशी लेने (बच्चों को भी नहीं छोड़ने), बाइक दोपहिया वाहनों को जब्त करने नए सुरक्षा बंकर स्थापित करने जैसे कड़े, कठोर दमनकारी उपाय करने के बाद क्या करना बाकी है?' आप सभी को बता दें कि सीडीएस ने कथित तौर पर यह कहा था कि, 'अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद लगाए गए प्रतिबंध आतंकवादी हमलों के कारण कश्मीर में वापस आ सकते हैं।' 'जम्मू कश्मीर के सभी लोगों को फ्री बिजली कनेक्शन देंगे': अमित शाह पुलवामा में भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड, 3 की मौत अमित शाह ने किया IIT-जम्मू के नए परिसर का उद्घाटन