नई दिल्ली: एक नामित पीएमएलए प्राधिकरण ने पाया है कि फरार हीरा ज्वेलर मेहुल चोकसी और उनकी संबंधित फर्मों के नाम पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा संलग्न 41 सम्पत्तियाँ, जिनकी कीमत 1210 करोड़ रुपये के लगभग है, मनी लॉंडरिंग संपत्ति हैं और आदेश दिया है कि उन्हें संलग्न किया जाना चाहिए. ऑल स्टेट कश्मीरी पंडित कॉन्फ्रेंस का सरकार पर इल्ज़ाम केंद्रीय जांच एजेंसी ने मुंबई में अस्थायी रूप से 15 फ्लैट और 17 कार्यालय परिसर, कोलकाता में एक मॉल, अलीबाग में चार एकड़ का फार्म हाउस और महाराष्ट्र में नाशिक, नागपुर, पनवेल और तमिलनाडु के विल्लुपुरम जैसे स्थानों पर 231 एकड़ जमीन खरीदी थी को मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत संलग्न किया गया है. पीएमएलए की अभियोजन प्राधिकरण के सदस्य तुषार वी शाह का कहना है कि मूल शिकायत (ईडी द्वारा) को ध्यान में रखते हुए मुझे लगता है कि अस्थायी रूप से संलग्न अचल संपत्तियां मनी लॉंडरिंग में शामिल हैं. कारगिल चुनाव : बीजेपी का पहली बार खुला खाता, जानें किस पार्टी को बहुमत मिला उन्होंने कहा कि इसलिए, मैं इन सम्पत्तियों को संलग्न करने की पुष्टि करते हुए आदेश देता हूं, चौकसी की सम्पत्तियों पर ईडी का कब्ज़ा नब्बे दिनों से अधिक की अवधि के लिए जांच के दौरान जारी रहेगा, जिसके बाद जब्त का आदेश विशेष अदालत द्वारा पारित किया जा सकता है, " आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ईडी अब इन संपत्तियों को जब्त करने और इन स्थानों पर अपने कब्जे के संकेतों को स्थापित करने के लिए आगे बढ़ेगा. खबरें और भी:- राष्ट्रीय पोषण सप्ताह: ममता ने किया 2020 तक कुपोषण ख़त्म करने का दावा, पर कुछ और ही कहते हैं आंकड़े इस संगीतकार ने मुनि तरुण सागर पर की थी अभद्र टिप्पणी जलेबी खाते हुए ही संत बन गए थे तरुण सागर महाराज!!