दलित नेता मनोज परमार के नेतृत्व में कमिश्नर कार्यालय पर राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

इंदौर/ब्यूरो।  गौरतलब है कि पिछले दिनो उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के थाना क्षेत्र निघासन में मुस्लिम समुदाय के कट्टरपंथी गुण्डे जुनेद, साहिल, कमरूद्दीन, आदिल, फखरूद्वीन, और छोटु, दलित समाज की दो नाबालिग बच्चियों को उनकी मां के सामने घर से उठाकर ले गये और जंगल में ले जाकर सामुहिक दुष्कर्म करनेक्षके बाद उनकी हत्या कर लाशों को गन्ने के खेत में लगे पेड़ों पर लटका दिया गया।

इस प्रकार की गम्भीर एवं ह्र्दयविदारक घटना उत्तर प्रदेश में यह पहली घटना नहीं है, बीते एक माह में यह चौथी घटना है और यदि झारखण्ड सहित राजस्थान की और देखे तो यह नवीं घटना है। कहीं ना कहीं मुस्लिम समुदाय के कट्टर पंथियों द्वारा इस तरह की घटना को अंजाम देना देश और प्रदेश की कानून व्यवस्था को चुनौती देना प्रतीत होता है।

इस जघन्य हत्या काण्ड के आरोपी जुनेद, साहिल, कमरूद्दीन, आदिल, फखरूद्दीन, और छोटु जैसे द्रुतान्त आपराधियों को फांसी की सजा दी जाये। देश व प्रदेश में रहने वाला दलित समाज आपसे न्याय की अपेक्षा रखता है बहुत ही आशा और उम्मीद से यह प्रार्थना है कि ऐसे मुस्लिम समुदाय के कट्टरपंथी गुण्डों को कडी से कड़ी सजा दी जावे। ताकि फिर कभी दलित बेटी का शील भंग ना हो । 

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