लखनऊ. मायावती ने लखनऊ में जिन स्मारकों को बनाया था, उसकी सुध लेने वाला अखिलेश राज में कोई नही है. किन्तु अचानक ही उन पार्कों और स्मारकों के दिन लौटने लगे हैं. यह चर्चा हो रही है कि मायावती के आने से फिर से पार्को को तो नहीं चमकाया जा रहा है. करोड़ो रूपये इन पार्को को खर्च करने का कारण मायावती है. मायावती ने स्मारकों में लगभग 200 गेट लगाए गए थे., जिनमे से अधिकतम टूटे पढ़े थे. अब तक इसकी तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया, किन्तु अब अचानक ही इनकी भी मरम्मत होनी शुरू हो गयी है. लगभग 50 फीसदी गेटों की मरम्मत कर उन्हें दुरुस्त किया जा चुका है. बाकी का काम चल रहा है. खैर मायावती की सरकार का राज दोबारा आता है या नही इस का खुलासा तो 11 मार्च को होगा. अधिकारियों का स्मारकों के लिए अचानक उमड़ा दर्द ये जरूर बताता है कि अधिकारी कोई रिस्क नहीं लेना चाहते. बता दे की इसकी मरम्मत के लिए व्यवस्था हो चुकी है, पानी के लिए एक करोड़ की प्लम्बरिंग का सामान आ चुका है, गेट और प्लंबरिंग का काम स्मारक समिति की ओर से किया जा रहा है. इस कार्य को 11 मार्च से पहले पूरा करने का लक्ष्य है, अधिकारी जल्दी काम पूरा करने का दबाव बनाए हुए हैं. उन्होंने चुनाव नतीजे आने से पहले स्मारकों को दुरुस्त करने का आदेश दिए गए हैं. ये भी पढ़े 4 मार्च को वोटिंग, उत्तर प्रदेश के छठे चरण का प्रचार समाप्त अखिलेश ने कहा पीएम का एक ही कारनामा है, कोई काम नहीं करना Reservation खत्म करने में लगी है भाजपा