मेनोपॉज के बाद महिलाओं को कई सेहत संबंधी समस्याएं होती हैं. ऐसे में अत्यधिक बाल गिरने की समस्या होती है जिससे वो परेशान हो जाती हैं. अक्सर महिलाओं को 40 से 50 वर्ष के आसपास मेनोपॉज का सामना करना पड़ता है. इसका आपके बालों, त्वचा पर भी काफी नकारात्मक असर देखने को मिलता है. इसी से बचने के लिए कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं हम. क्यों गिरते हैं मेनोपॉज में बाल मेनोपॉज में कुछ महिलाओं के बाल गिरते हैं तो किसी को यह समस्या नहीं झेलनी पड़ती. ऐसा एस्ट्रोजेन लेवल के कम होने से होता है. सफेद हुए बालों को दोबारा काला सिर्फ कलरिंग के जरिए ही किया जा सकता. बालों को काला करने के लिए हेयर कलर व डाई कॉमन प्रैक्टिस है, लेकिन इसमें मौजूद केमिकल्स से बाल डैमेज, ड्राई और ब्रिटल होने के साथ हेयर लॉस भी होता है. अपनाएं ये उपाय * यदि आप कलर इस्तेमाल करती हैं, तो हेयर कंडीशनर का प्रयोग शैम्पू के बाद जरूर करें. बाल और अधिक डैमेज न हो, उसके लिए माइल्ड शैम्पू लगाएं. सप्ताह में एक या दो बार हॉट ऑयल अप्लाई करें. * यदि ग्रे हेयर हैं, तो आगे बालों को डैमेज होने से बचाने के लिए स्ट्रीकिंग या फ्रॉस्टिंग करें. बालों को नेचुरल लुक प्रदान करने वाले ही हेयर कलर लगाएं. जेट ब्लैक हेयर कलर से बचें, क्योंकि यह अननेचुरल दिखने के साथ ओल्डर लुक देता है. सॉफ्टर कलर जैसे डार्क ब्राउन नेचुरल व अट्रैक्टिव लुक देता है. * मेहंदी सबसे पॉपुलर नेचुरल हेयर कलरेंट है. मेहंदी बालों को मजबूती प्रदान करती है. इसमें आप कत्था या कॉफी मिला सकती हैं ताकि रिचर ब्राउन कलर मिल सके. चाहें तो ड्राई आंवला पाउडर खुद से तैयार कर मेहंदी में डालकर लगाएं. इससे बाल सफेद होने से बचेंगे. ग्रे हेयर से बचने के लिए आप चाहें तो एक गिलास में पानी में आंवले का जूस मिलाकर पिएं. * यदि आपकी उम्र 35 से 40 वर्ष है, तो ऑयल ग्लैंड्स की एक्टिविटी में कमी आने से बाल सफेद हो सकते हैं इसलिए प्रतिदिन ऑयल अप्लाई करें. न तो जोर-जोर से मसाज करें और न ही बालों को रगड़ें. डैंड्रफ और दोमुंहे बालों के लिए ऐसे लाभकारी है घी बरसात होती है जूं की परेशानी तो घरेलु तरीके आएंगे काम बाल बनाते वक्त ना करें ये गलतियां, हो सकता है नुकसान