श्रीनगर : जम्मू कश्मीर की मुख़्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने पत्थरबाजी में शामिल सभी युवाओ के खिलाफ दर्ज केस वापस लेने की घोषणा की है. उनका कहना है कि अधिकांश युवा जो पत्थरबाज थे 14-16 साल की उम्र के है, उन्हें जिंदगी में एक और मौका देने और राज्य में फैली अराजकता के माहौल को ख़त्म कर शांति बहाली के लिए ये कदम उठाया गया. जम्मू कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद की अध्यक्षता वाली उच्चाधिकार कमेटी ने आज ये रिपोर्ट सौंपी जिसमे 4327 युवाओ पर चल रहे 744 मुकदमो को खत्म करने का प्रस्ताव है. इस से पहले भी मुख़्यमंत्री साहिबा 2008 -2014 तक 634 युवाओ पर चल रहे 104 केस वापस ले चुकी है. अब तक कुल 848 केसों में 4957 युवाओ पर से मुक़दमे हटा लिए गए है. कश्मीर में हो रही आतंकी घटनाओ पर महबूबा ने कहा की आतंक को मिटने के लिए आतंकवादी का मार दिया जाना काफी नहीं है, सकारात्मक सोच के साथ लिए गए कदम ही आने वाले कल को तय करेंगे. ऐसे में बहकावे में आये युवाओ को एक मौका देना सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने के लिए किया गया प्रयास ही है. कश्मीर में पिछले साल 200 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया है. युवको को रिहा किये जाने और मुकदमे वापस लेने के निर्णय पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही है.