आप सभी को याद ही होगा कुछ समय पहले डायन शो में नजर आने वाली टीना दत्ता ने अपने को-स्टार मोहित पर गलत ढंग से छूने का आरोप लगाया था और अब इसके बाद उन्होंने आरोप को वापस ले लिया और वापस शो डायन की शूटिंग शुरू कर दी है. ऐसे में फिल्म निर्माता और फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्ल्यूआईसीई) के मुख्य सलाहकार आशोक पंडित ने 'मीटू' आंदोलन को महत्वहीन बताने के लिए अभिनेत्री टीना दत्ता की आलोचना की है. जी हाँ, उन्होंने कहा, "मतभेद सुलझा लेने का क्या मतलब है? यह यौन दुराचार के गंभीर आरोप थे. वह अपनी इच्छानुसार इन्हें कैसे लगा और हटा सकती हैं? क्या यह एक मजाक है?" पंडित को लगता है कि इस तरह की घटना मीटू आंदोलन के महत्व को कम करती है. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि कुछ लोग इस आंदोलन को बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं. निजी समस्याएं सुलझाने के लिए इस मंच का उपयोग करने वाले को सजा दी जानी चाहिए." आप सभी को बता दें कि इसी मामले में आगे बात करते हुए उन्होंने कहा, "आप सालों से एक को-स्टार के साथ काम कर रहे हैं और अचानक आपको उससे ऐसी दिक्कत होने लगती है. उसका व्यवहार अचानक आपको परेशान करने लगता है. हम फिल्म फेडरेशन और मनोरंजन उद्योग के पुरुष सदस्यों के रूप में गहराई से चिंतित होते हैं." आप सभी को बता दें कि टीना एक बहुत खूबसूरत एक्ट्रेस हैं और उनका आरोप लगना और फिर वापस ले लेना उनके फैंस को पसंद नहीं आया. वहीं आगे बात करते हुए अशोक पंडित ने कहा, "लेकिन इसके कुछ दिन बाद आप अपने आरोप वापस ले लेती हैं. आपने उन महिलाओं को न्याय दिलाने के हमारे प्रयासों को विफल करते हैं जिनके साथ वास्तव में अन्याय हुआ है. मैडम, यह कोई मजाक नहीं है. न ही यह एक ऐसा मंच है जहां आप अपनी इच्छा से आ सकते हैं और जा सकते हैं." 'दास्तान-ए-मोहब्बत...' के बंद होने पर अब खुली शाहीर शेख की जुबान, कह दी ऐसी बात अपने फैंस से मिलने पर बहुत खुश हुई यह एक्ट्रेस, कहा- 'दर्शकों ने मुझे...' इंटरनेट पर तहलका मचा रही है सारा खान की यह तस्वीरें