चंडीगढ़: हरियाणा का नूह जहां टीकाकरण की दर पूरे राज्य में सबसे कम है, वहां लोगों में वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूकता लाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों ने मौलानाओं और कम्युनिटी रेडियो स्टेशन का सहारा लेना आरंभ कर दिया है, साथ ही मस्जिदों से अनाउंसमेंट करवाया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम और नूह में एक ही दिन टीकाकरण की शुरुआत हुई. 16 जनवरी से 31 मई के बीच गुरुग्राम में 6 लाख 75 हजार लोगों को टीका लगा. हर दिन का औसत देखा जाए तो ये तादाद 5 हजार के करीब है, वहीं नूह में इतने ही समय में महज 75 हजार लोगों ने वैक्सीन लगवाई है. यहां वैक्सीन न लगवाने के पीछे कई तरीके के भ्रम और अफ़वाह बताई जा रही हैं. नूह में लगभग 87 केंद्रो पर वैक्सीन लगाने की शुरुआत हुई थी, जिनमें से कई केंद्र बंद हो चुके हैं. जिले में टीकाकरण से संबंधित अधिकारी का कहना है कि कम लोगों के आने के कारण लगभग 2 दर्जन केंद्रों पर टीकाकरण बंद करना पड़ सकता है. जो केंद्र खुले भी हैं वहां सौ फीसदी लोग नहीं पहुंच रहे हैं. मीडिया की टीम जब हरियाणा के नूह में ग्राउंड रिपोर्ट करने पहुंची तो बड़ी ही विचित्र स्थिति नज़र आई. यहां की मार्केट में लोग न तो मास्क पहनते हैं और न ही वैक्सीन लगाने के लिए आगे आ रहे हैं. दरअसल इन सब के पीछे एक अफवाह है, यहाँ के लोगों का मानना है कि वैक्सीन लगवाया तो वे मर जाएंगे या फिर नपुंसक हो जाएंगे, यही कारण है कि यहां लोग कम वैक्सीन लगवा रहे हैं. कोरोना महामारी के चलते 'मुकेश अंबानी' ने नहीं लिया एक साल का वेतन, जानिए कितनी है वार्षिक सैलरी सेबी ने म्यूचुअल फंड हाउस की विदेशी निवेश सीमा को USD1 बिलियन तक बढ़ाया क्या ब्याज दरों में होगा बदलाव ? मौद्रिक नीति का ऐलान कर रहे RBI गवर्नर शक्तिकांत दास