लंदन: आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट इराक में फिर संगठित होने की साजिस कर रहा है. वहीं कुर्दिश खुफिया अधिकारियों का अनुमान है कि इराक में इस समय आइएस से जुड़े करीब दस हजार लोग हैं. जिसमे 4 से 5 हजार लड़ाके हैं. जबकि इतनी ही संख्या में स्लीपर सेल और उससे सहानुभूति रखने वाले लोग हैं. बीबीसी की एक रिपोर्ट में शीर्ष कुर्दिश आतंकवाद रोधी अधिकारी लाहुर तालाबानी के हवाले से कहा गया है कि आतंकी न केवल पहले के मुकाबले अधिक दक्ष हुए हैं बल्कि अलकायदा की तुलना में ज्यादा खतरनाक हो गए हैं. सूत्रों का कहना है कि उत्तरी इराक के कुर्दिस्तान क्षेत्र की पहाड़ियों में फिर संगठित होने की कोशिश कर रहे आइएस के पास अबकी बार न केवल बेहतर तकनीक और रणनीति है बल्कि इस बार उनके पास पैसा भी बहुत है. जिनसे वे वाहन, हथियार और खाद्य पदार्थ खरीदने में सक्षम हैं. तकनीकी रूप से अधिक समझदार आइएस लड़ाकों को इस बार वहां से खदेड़ना ज्यादा कठिन होगा. आपकी जानकारी के अनुसार इस बात पता चला है कि इराकी कुर्दिस्तान की दो खुफिया एजेंसियों में से एक जायरी एजेंसी के प्रमुख तालाबानी ने कहा, इस बार एक अलग तरह का आइएस दिख रहा है. इस बार वह आक्रमण से बचने के लिए किसी भी क्षेत्र पर नियंत्रण नहीं कर रहा. इसके बजाय इराक के हमीर पर्वतमाला इलाके में चरमपंथी भूमिगत हो गए हैं. यह स्थान इस समय आइएस का गढ़ है. यहां पहाड़ों की लंबी श्रृंखला है, जिसमें छिपने के कई स्थान और गुफाएं हैं. अमेरिकी सेना के शीर्ष कमांडर ब्रिगेडियर जनरल सेली ने भी कहा है कि आइएस खुद को फिर संगठित करने की कोशिश कर रहा है. लेकिन उसे इराकी और कुर्द सुरक्षा बलों की कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ रहा है. ट्रम्प के फ़ोन्स पर रोक दी गई थी यूक्रेन की सहायता अफगानिस्तान में फिर हो सकते है राष्ट्रपति चुनाव, जाने क्या है इसकी पूरी वजह CAA Protest: अमेरिका में गाँधी प्रतिमा के सामने CAA और एनआरसी का प्रदर्शन जारी...