दुनिया के ताकतवर देशो में शामिल अमेरिका ने गुरुवार को इराक में ईरान समर्थित विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमले किए. इन हमलों में शिया विद्रोहियों के पांच हथियार भंडारों को निशाना बनाया गया. हालांकि इराक की सेना ने इसकी निंदा की और कहा कि इस हमले में 6 लोगों की मौत हो गई और 12 जख्‍मी हैं. आशंका जताई गई है कि इन्हीं विद्रोहियों ने एक दिन पहले इराक की राजधानी बगदाद के पास स्थित एक सैन्य ठिकाने पर 18 रॉकेट दागे थे. इसमें दो अमेरिकी और एक ब्रिटिश सैनिक की मौत हो गई थी और 12 अन्य घायल हो गए थे. कोरोना वायरस: पिछले 24 घंटों में 321 मौतें, 4900 से अधिक लोग संक्रमित इस मामले को लेकर अमेरिकी अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि इराक में अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने पांच स्थानों और मुख्य रूप से कताइब हिजबुल्ला के हथियार ठिकानों को निशाना बनाया. ज्यादातर हमले बगदाद के आसपास के इलाकों में किए गए. अधिकारियों ने इन हमलों में करीब 50 विद्रोहियों के मारे जाने का अंदेशा जताया है. अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने कहा कि हथियार भंडारण के पांच ठिकानों को निशाना बनाकर विद्रोहियों की हमले करने की क्षमता को तबाह कर दिया गया. इन ठिकानों पर रखे गए हथियारों का इस्तेमाल अमेरिका और गठबंधन बलों के खिलाफ किया जाता था. क्या गर्म मौसम में भी तबाही मचा सकता है कोरोना ? WHO की नई रिपोर्ट में हुआ खुलासा आपकी जानकारी के लिए बता दे कि रॉकेट हमले के बाद रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा था, 'अमेरिका अपने लोगों, हितों और सहयोगियों के खिलाफ किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा. इराक और क्षेत्र में तैनात अपने बलों की रक्षा के लिए हम जरूरी कार्रवाई करेंगे.'उत्तरी बगदाद के ताजी एयरबेस को बुधवार को रॉकेट हमले का निशाना बनाया गया था. इस एयरबेस को अमेरिका के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने अपना ठिकाना बना रखा है. माना जा रहा है कि ईरान समर्थित लड़ाकों ने ये रॉकेट दागे थे. लेकिन इस हमले की अभी किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है. संयुक्त राष्ट्र : इस देश की महिला कोरोना वायरस से निकली संक्रमित गृहमंत्री भी हुए कोरोना वायरस के शिकार, खुद ट्वीट कर लिखी यह बात रसातल में पहुंची पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था, अब पैसे जुटाने के लिए ये काम करेगी इमरान सरकार