रांची: झारखंड के रांची से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहाँ पुलिस को एक गुमनाम चिट्ठी मिली है, जिसमें एक जज की हत्या कराने की साजिश का दावा किया गया है। चिट्ठी के अनुसार, रांची के होटवार जेल में बंद उग्रवादियों ने इस वारदात के लिए 2 करोड़ रुपये की सुपारी दी है। इस पत्र के मिलने के बाद से रांची पुलिस में हड़कंप मच गया है, तथा मामले की विस्तृत तहकीकात आरम्भ कर दी गई है। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह चिट्ठी किसने भेजी तथा इसमें दिए गए विवरणों का स्रोत क्या है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, पुलिस ने चिट्ठी से संबंधित हर पहलू की विधिवत जांच शुरू कर दी है। रांची पुलिस के अनुसार, 18 अक्टूबर को उन्हें यह गुमनाम पत्र मिला था। इसमें लिखा गया है कि होटवार जेल में बंद कुख्यात उग्रवादी तथा अन्य अपराधियों ने रांची में तैनात एक न्यायिक अधिकारी की हत्या का षड्यंत्र रचा है। इस षड्यंत्र के तहत बिहार के दो शूटरों को हायर किया गया तथा उन्हें दो करोड़ रुपये की सुपारी दी गई। सुपारी देने का स्थान बरियातू स्थित रिम्स अस्पताल बताया गया है, जहां 75 लाख रुपये एडवांस दिए गए थे तथा बाकी एक करोड़ 25 लाख रुपये काम पूरा होने के बाद देने की बात कही गई थी। पीएलएफआई के कुख्यात उग्रवादी प्रभु प्रसाद साहू एवं निवेश कुमार पोद्दार इलाज के बहाने चिकित्सालय में भर्ती हुए थे तथा इसके चलते बिहार के शूटर भी वहां पहुंचे थे। फिलहाल मामले की जांच की जिम्मेदारी खेलगांव थाने के एसआई गजेश कुमार को सौंपी गई है। एसआई गजेश कुमार ने अपने ही थाने में मुकदमा दर्ज कर तहकीकात आरम्भ कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, होटवार जेल में प्रभु प्रसाद साहू, निवेश पोद्दार, सोनू पांडे उर्फ सोनू पंडित, मनोज चौधरी, एवं चंदन साहू बंद हैं, जिनसे जेल के अंदर ही पूछताछ की जा रही है। हालांकि, अब तक की पूछताछ में इन अपराधियों ने चिट्ठी की पुष्टि नहीं की है। जांच के चलते चिट्ठी में अरुण कुमार राय नामक एक व्यक्ति का भी उल्लेख किया गया है, जो फिलहाल जेल में नहीं है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। वाराणसी में PM मोदी ने किया नेत्र-चिकित्सालय का उद्घाटन, बोले- 'यहाँ आना एक पुण्य अनुभूति' 5वीं की छात्रा को टीचर ने पीटा-टूटा हाथ, शिक्षा मंत्री ने लिया ये एक्शन महाराष्ट्र चुनाव के लिए BJP ने जारी की उम्मीदवारों की पहली सूची, यहाँ देंखे