भारत में मुख्य धावकों में जाने पहचाने वाले मिल्खा सिंह का नाम तो सभी ने सुना होगा। अभी हाल में उनके जीवन पर फिल्म भी बनाई गई है। मिल्खाा सिंह का जन्म 7 अक्टूबर 1935 में लायलपुर में हुआ था, वे एक सिख समुदाय के धावक हैं। जिन्होंने रोम के 1960 के ओलंपिक और टोक्यो के 1964 के ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। मिल्खा सिंह को उनके क्षेत्र के लोग उड़ता सिख के नाम से भी पुकारते हैं। मिल्खा सिंह भारत के सबसे अच्छे खिलाड़ियों में गिने जाते हैं। तो इस वजह से स्टारडम छोड़कर टॉयलेट साफ करने लगे थे विनोद खन्ना मिल्खा सिंह ने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया और कुछ करने की ठानी एक अच्छे धावक होने के साथ ही उन्होंने 200 और 400 मीटर की रेस में सफलता प्राप्त की। मिल्खा भारत के अब के सबसे सफलतम धावक माने जाते हैं। उन्होंने 400 मीटर के रेस में विश्व रिकार्ड भी बनाया है। सिख होने की वजह से वे लंबे बालों के साथ उन्होंने कॉमनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक जीता जिसके बाद वे विश्व प्रसिद्ध हो गए। भारतीय राजनीति में अमर हैं बाबासाहेब भोसले अपने करियर में दौड़ने के अलावा मिल्खा सिंह को कुछ और नहीं दिखता था वे बड़ी ही सरलता से अपने अन्य प्रतिभागियों को रेस में ध्वस्त करके आसानी से जीत जाते थे। यदि देखा जाए तो ज्यादातर मुस्लिम वर्ग के लोग इनसे प्रभावित हुए थे जब मिल्खा दौड़ते थे मुस्लिम समुदाय की महिलाएं भी अपने बुर्के को हटाकार उन्हें दौड़ता हुए देखती थी और तभी से उन्हें फ्लाइंग सिख की उपाधि मिली। हैप्पी बर्थडे इंस्टाग्राम : 8 साल का हुआ करोड़ों लोगों का चहेता, जानिए किसके हैं सबसे ज्यादा फॉलोवर्स ? पुण्यतिथि विशेष : जानिये गुरु गोबिंद सिंह के लोकप्रिय अनमोल वचन अपनी को स्टार से शादी करके चर्चा में आए थे शरद केलकर