मीडिया में हुई मंत्री के बयान की चर्चा, जलप्रबंधन पर गंभीरता न बरतने के लगे आरोप

भोपाल। गर्मी के मौसम की आहट होने और तापमान बढ़ने के बीच मध्यप्रदेश के कुछ क्षेत्रों में जलस्तर तेजी से नीचे जा रहा है। ऐसे में स्थिति काफी गंभीर हो गई है। मगर अभी तक सरकारी अमला इस मामले में गंभीर नहीं हुआ है। ऐसे में एक समाचार चैनल द्वारा राज्य के कुछ क्षेत्रों में आसन्न जल संकट को लेकर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की गई थी।

इसके बाद जब उक्त चैनल ने कथित तौर पर मंत्री कुसुम मेहदेले से चर्चा की तो कथितरूप से उनका कहना था कि पानी प्रयोगशाला में नहीं बनता है अभी हालात इतने खराब नहीं है। हालांकि सरकार कार्य कर रही है।मंत्री के इस तरह के बयान पर जमकर हंगामा हो गया।

हालांकि जिम्मेदार मंत्री के अपने अलग तर्क थे लेकिन यह मामला गर्मा गया और राज्य में पर्याप्त जल आपूर्ति को लेकर सवाल उठने लगे। गौरतलब है कि कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर जल स्त्रोत सूखने की कगार पर हैं तो भूजल का स्तर बहुत नीचे चला गया है। ऐसे में हालात काफी गंभीर हो गए हैं। प्रतिवर्ष गर्मी के मौसम की दस्तक के ही साथ इस तरह के हालात बन जाते हैं। मध्यप्रदेश के ही साथ अन्य राज्यों में भी लगभग इसी तरह की स्थिति बनी है।

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