बेंगलुरु: एक प्राइवेट हॉस्पिटल द्वारा कोरोना संक्रमण के मरीज से कथित तौर पर 5 लाख रु की फीस लेने पर संज्ञान लेते हुए कर्नाटक के चिकित्सा शिक्षा मिनिस्टर डॉ. के सुधाकर ने बुधवार को बोला कि वह हॉस्पिटल के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करेंगे. प्रदेश में कोरोना प्रबंधन के प्रभारी डॉ. सुधाकर ने अपने टि्वटर आकउंट पर अपोलो हॉस्पिटलों के बिल पोस्ट किए और बोला कि हॉस्पिटल सरकार के दिशा निर्देशों और चेतावनियों की कथित तौर पर उपेक्षा कर रहा है. उन्होंने बोला, ‘‘मुझे ज्ञात हुआ है कि अपोलो हॉस्पिटलों में मरीजों को काफी परेशानी हो रही हैं. मैंने कई बार इसे लेकर आगाह किया है. ’’सरकार ने निजी हॉस्पिटलों में उपचार कराने वाले कोरोना संक्रमितों के लिए एक दिन में पांच हजार रु से पंद्रह हजार रु का शुल्क तय किया ह्या है. अपोलो हॉस्पिटल से कांटेक्ट करने पर उसने बोला, ‘‘मंत्री संग संवाद में कुछ गलती हो गई है. हमारे प्रबंधन ने उन्हें सूचना दे दी है. ’’ हॉस्पिटल के 1 कार्यकारी अफसर ने मीडिया को बताया कि बीमा शुल्क के मुताबिक बिल बनाया गया. उन्होंने बताया कि 64 वर्षीय मरीज को 3 जुलाई को आईसीयू में एडमिट कराया गया और वह आईसीयू में एडमिट हैं. इस बारें में उन्होंने बोला, ‘‘मरीज के फैमिली को बिल से कोई परेशानी नहीं है. बल्कि मरीज का बेटा भी चिकित्सा इलाके में है और वह स्थिति को बहुत अच्छी प्रकार से समझता है. ’’ जब मरीज के बेटे से कांटेक्ट किया गया तो उसने बोला कि वह कोई टिप्पणी नहीं करेगा क्योंकि मरीज अब भी हॉस्पिटल में है. मरीज के बेटे ने बोला, ‘‘हमारी प्राथमिकता पिता के पूरी तरह से ठीक होने के बाद उन्हें हॉस्पिटल से बाहर लाना है. इस वक्त मैं मामले पर टिप्पणी कर इसे और उलझाना नहीं चाहता.’’ मराठी जगत के इस मशहूर एक्टर ने की आत्महत्या, बंगले में मिला शव पूर्व मंत्री कोप्पना मोहन राव का निधन, स्थानीय नेताओं ने व्यक्त किया शोक विशाखापट्टनम में बड़ी तैयारी, साल 2024 के पहले ही दौड़ेगी मेट्रो रेल