मुंबई: मुंबई अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों से जुड़े धन शोधन के एक केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) को अरेस्ट कर लिया है. नवाब मलिक को कोर्ट में पेश किया गया जहां अदालत ने उन्हें 8 दिन के लिए मतलब 3 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय की रिमांड पर भेजा है. वही नवाब मलिक को गिरफ्तार किए जाने के विरोध में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार तथा प्रदेश के कई अन्य मंत्रियों ने गुरुवार को धरना दिया। राज्य सचिवालय मंत्रालय के समीप लगी महात्मा गांधी की मूर्ति के पास धरना स्थल पर सबसे पहले पवार ही पहुंचे। वही प्रदेश के गृह मंत्री दिलीप वाल्से पाटिल, स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट, जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल, आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल, राहत एवं पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार, गृह राज्य मंत्री सतेज पाटिल तथा पर्यटन राज्य मंत्री अदिति तटकरे भी प्रदर्शन में सम्मिलित हुए। इसके चलते राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सांसद सुप्रिया सुले तथा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर भी उपस्थित रहीं। वही थोराट ने मीडिया से चर्चा करते हुए दावा किया कि केन्द्रीय जांच एजेंसियों का उपयोग राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को खामोश करने के लिए किया जा रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है तथा देश के इतिहास का एक काला अध्याय है।" राकांपा की प्रदेश इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल ने कहा कि मलिक के विरुद्ध लगे इल्जाम "बेबुनियाद" हैं। उन्होंने कहा कि मलिक आतंकवाद से संबंध के उन पर लगे सभी इल्जामों का जवाब कोर्ट में देंगे। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी का "महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार को सत्ता से बाहर करने की कोशिश" अभी तक सफल नहीं हुआ है। मंत्रिमंडल सदस्य के विरुद्ध कार्यवाही इसी का भाग है। घर से बुलाया 'गद्दा, कंबल, तकिया', फिर आई नवाब मलिक को नींद, जानिए कैसे बीती रात? सुब्रमण्यम स्वामी बोले- सभी भारतीयों का DNA एक, कई विश्विद्यालय कर चुके साबित लालू पर मंडराए संकट के बादल, ED जब्त करेगी घोटाले से बनाई गई संपत्ति!