नई दिल्ली। केंद्रीय कैबिनेट में विस्तार की बातें सामने आ रही हैं। ऐसे में कई नए सांसदों को मौका मिल सकता है। कैबिनेट में विस्तार की जानकारी जब मौजूदा मंत्रियों और सांसदों को मिली तो वे बदलाव के लिए तैयार थे। यह भी कहा जा रहा है कि केंद्रीय मंत्रियों के लिए 75 प्लस का फाॅर्मूला अभी भी कायम रखा जा रहा है जिसके अनुसार 75 वर्ष की आयु से अधिक मंत्रियों को मंत्रालयों से बाहर किया जा सकता है। गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बीच मंत्रियों के कार्यों को लेकर चर्चा हुई थी। गुरूवार को दोनों नेताओं ने इस मामले में बैठक ली थी। जिसके चलते कई नेताओं ने शुक्रवार रात से ही अपने इस्तीफे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सौंपना प्रारंभ कर दिए थे। इन नेताओं में केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी, उमा भारती, फग्गन सिंह कुलस्ते, संजीव बालियान, महेंद्र नाथ पांडे आदि शामिल थे। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री बंडारू दत्तात्रेय की कुर्सी पर भी खतरा मंडराने लगा था। माना जा रहा था कि उनसे भी इस्तीफा लिया जााएगा ऐसे में उन्होंने भी शुक्रवार को ही इस्तीफा दे दिया। कुछ मंत्रियों के विभाग बदलने पर चर्चा की जा सकती है। संभावना है कि राधामोहन सिंह को भी कृषि मंत्रालय से हटाकर दूसरा मंत्रालय दिया जा सकता है। मेनका गांधी को भी महिला कल्याण मंत्रालय से हटाकर किसी दूसरे विभाग में भेजा जा सकता है। केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु को पर्यावरण मंत्रालय भेजा जा सकता है, जबकि रेलवे और भूतल परिवहन मंत्रालय को एक कर, नितिन गडकरी को इसका मंत्री बनाया जा सकता है। कुछ मंत्रियों को प्रमोट किया जा सकता है जिनमें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल आदि शामिल हैं। प्रधान मंत्री को मिली सलाह ब्रिक्स सम्मेलन में ना करे आतंकवाद की बात केेंद्रीय मंत्रिमंडल का होगा विस्तार, जेडीयू के नेताओं को मिल सकती है जगह PM मोदी के दम से ही डोकलाम से पीछे हटा चीन