गुवाहाटी: असम में बाढ़ के स्तिथि में थोड़ा सुधार आ गया है और रविवार को प्रदेश में इस आपदा से प्रभावित लोगों का आंकड़ा भी कम हुआ है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक बुलेटिन में यह सूचना दी गई है. असम प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी किए गए बुलेटिन में बोला गया कि धेमाजी, लखीमपुर और बक्सा डिस्ट्रिक्स में रविवार को बाढ़ से कुल 11,812 लोग त्रस्त हुए है, जबकि इससे एक दिन पहले 13,300 लोग बाढ़ से प्रभावित हो गए थे. प्राधिकरण ने आगे बोला कि लखीमपुर सबसे बुरी तरह त्रस्त हुआ है, जहां 9,600 लोगों को बाढ़ का आतंक झेलना पड़ा है. वहीं, धेमाजी में 1,912 और बक्सा में 300 लोग रविवार को त्रस्त हुए हैं. जारी किए गए बुलेटिन में बताया गया कि प्रदेश में 31 गांव और 1,630 हेक्टेयर खेतों में फैली फसल पानी पानी हो गयी है. इसमें बोला गया कि जोरहाट के निमतीघाट और सोनितपुर डिस्ट्रिक्ट के तेजपुर में ब्रह्मपुत्र खतरे के निशान से ऊपर की और बह रही है. इसके अलावा सहायक नदियां धनसिरी और जिया भराली क्रमश: गोलाघाट जिले के नुमालीगढ़ तथा सोनितपुर के एनटी रोड क्रॉसिंग में खतरे के मार्क से ऊपर की और बह रही हैं. बता दें बुलेटिन के अनुसार, धेमाजी और लखीमपुर जिला प्रशासन 7 राहत शिविर चला रहे हैं, जहां पर 126 लोगों ने शरण ले रखी है. इसमें आगे बताया गया है कि प्रदेश में इस वर्ष बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में कुल 112 लोगों की मृत्यु हो गयी है, जिनमें 26 लोग भूस्खलन के वजह से मारे गये है. बुलेटिन के मुताबिक, लखीमपुर डिस्ट्रिक्ट में सड़कें और अन्य बुनियादी ढांचे टूट चुके हैं, वहीं सोनितपुर डिस्ट्रिक्ट में मिट्टी का कटाव देखा गया है. सिंधिया पर 'दिग्गी राजा' का हमला, कहा- गद्दारों से नफरत करता है चंबल का पानी चंद्रबाबू नायडू ने लिखी PM नरेंद्र मोदी को चिट्ठी, वाईएस जगन सरकार पर लगाया यह आरोप दूल्हा निकला कोरोना पॉजिटिव, शादी में शामिल होने वालों में मचा हड़कंप