हैदराबाद: हैदराबाद के अंतिम और 8वें निजाम नवाब मीर बरकत अली खान वालाशन मुकर्रम जाह बहादुर का इंतकाल हो गया है. इस खबर के सामने आने के बाद हैदराबाद रियासत से जुड़े लोगों में मातम पसर गया है. नवाब का इंतकाल तुर्की में हुआ है, मगर उनकी अंतिम इच्छा के मुताबिक, उन्हें हैदराबाद लाकर सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार (14 जनवरी) की रात 10:30 बजे हैदराबाद के निजाम का इंतकाल हुआ. उन्होंने 90 साल की उम्र में तुर्की के इस्तांबुल में अंतिम सांस ली. उनकी इच्छा के अनुसार, उनका अंतिम संस्कार भारत के हैदराबाद में ही किया जाएगा. उनके बेटे उन्हें 17 जनवरी यानी मंगलवार को अपने पिता के पार्थिव देह को सुपुर्द-ए-खाक करेंगे. तुर्की के इस्तांबुल से नवाब मीर बरकत अली के पार्थिव शरीर को हैदराबाद के चौमहल्ला पैलेस लाया जाएगा. अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी करने के बाद आसफ जाही परिवार के मकबरे में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. रिपोर्ट के अनुसार, मुकर्रम जाह का जन्म मीर हिमायत अली खान उर्फ आज़म जाह बहादुर के घर 6 अक्टूबर 1933 को हुआ था. जो मीर उस्मान अली खान के पहले पुत्र थे. उनकी मां राजकुमारी दुर्रू शेवर तुर्की के अंतिम सुल्तान (ओटोमन साम्राज्य) सुल्तान अब्दुल मजीद द्वितीय की पुत्री थीं. 2000 के दशक की शुरुआत में उनका इंतकाल हो गया था. 'रामचरितमानस नफरती ग्रन्थ..', अपने शिक्षा मंत्री के अभद्र बयान को JDU ने बताया RJD का आंतरिक मामला इलाहबाद हाई कोर्ट ने यूपी सरकार पर लगाया 25 हज़ार का जुर्माना, जानिए पूरा मामला जोशीमठ: ISRO ने वापस ली अपनी रिपोर्ट, सरकार का निर्देश- मीडिया से बात न करें विशेषज्ञ संस्थाएं