ओलंपिक रजत पदक विजेता भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने सोमवार को BBC वर्ष की सर्वश्रेष्ठ इंडियन वुमन खिलाड़ी का पुरस्कार को जीत लिया है। चानू ने बीते वर्ष टोक्यो ओलिम्पिक में रजत पदक जीता था और ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय भारोत्तोलक बनी। उन्होंने बोला है कि मैं इस वर्ल्ड अमरीका में अभ्यास करने में लगी हुई हूँ। मैं इस वर्ष एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी। BBC को इस पुरस्कार के लिये धन्यवाद। इंडिया की युवा क्रिकेटर शेफाली वर्मा के ‘सर्वश्रेष्ठ उदीयमान खिलाड़ी’ के पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। वहीं सिडनी ओलंपिक 2000 में पदक जीतने वाली भारोत्तोलक कर्णम मल्लेश्वरी को ‘लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार’ भी दिया जा चुका है। टोक्यो ओलिम्पिक और पैरालम्पिक के खिलाडिय़ों को भी इस मौके पर सम्मानित भी किया जा चुका है। कुछ समय पहले बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में देश की झोली में एक और गोल्ड मैडल डालने के लिए वेटलिफ्टर मीराबाई चानू टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक दिलाने वाले भार वर्ग 49 किलो को त्यागने वाली है। मीराबाई इस वर्ष अगस्त में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में नए भार वर्ग 55 किलो में स्वर्ण जीतने की तैयारी में जोर शोर से लगी हुई है। मीरा 55 किलो में बर्मिंघम का टिकट प्राप्त करने के लिए आने वाले माह 25 से 27 फरवरी को सिंगापुर में होने वाली राष्ट्रमंडल खेलों की क्वालिफाइंग इवेंट 'सिंगापुर इंटरनेशनल' में खेलती हुई नज़र आने वाली है। मीरा का भार बदल एक के बजाय तीन स्वर्ण पर निशाना: टीम मैनेजमेंट को लगता है अगर मीरा 55 किलो में खेलेंगी तो वहां भी वह आसानी से गोल्ड जीतने वाले है। ऐसे में मीरा को 49 किलो में उतार एक गोला की हानि को भी उठाना पड़ गया है । इसी को ध्यान में रख राष्ट्रमंडल खेलों के लास्ट क्वालिफाइंग इवेंट सिंगापुर इंटरनेशनल में झिलर को 49 और मीरा को 55 किलो में उतारा जाने वाला है। यहां दोनों को इन भार वर्गों में अच्छा प्रदर्शन कर बर्मिंघम के लिए क्वालिफाई करना अनिवार्य है। सहदेव कजे मुताबिक मीरा का भार बदलने से एक के बदले तीन गोल्ड मैडल पर बात बन सकती है। 55 किलो में हाल ही में वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्नैच का कांस्य जीतने वाली बिंदिया रानी भी खेलने वाली है। उन्हें अब 59 किलो में उतार सिंगापुर राष्ट्रमंडल खेलों के लिए क्वालिफाई करने के लिए भेज सकते है। यह प्रयोग सफल रहा तो राष्ट्रमंडल खेलों में देश को बड़ा लाभ होने वाला है। मीरा के लिए एशियाई खेलों की अलग रणनीति बनने वाली है। सिंगापुर इंटरनेशनल के लिए सात पुरुष और नौ महिला लिफ्टर भी भेजने वाले है। पूरे 36 वर्ष बाद कनाडा ने वर्ल्ड कप में बनाया अपना स्थान आई लीग में नेरोका और आइजोल ने जीता मुकाबला GT Vs LSG: दो नई टीमों और जिगरी दोस्तों में मुकाबला आज, जानिए क्या हो सकती है गुजरात और लखनऊ की प्लेइंग XI