हाल ही में जो मामला सामने आया है उसे सुनने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे. इस मामले में आठ साल पहले करारागंज से लापता हुई एक किशोरी को पुलिस ने कुड़ीला थाने के एक गांव से ढूंढ निकाला. जी दरअसल इन 8 सालों में अपने पति व तीन बच्चों के साथ सुखी जीवन जीने वाली युवती के बयानों के आधार पर पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश करके इस मामले की फाइल बंद कर दी. खबरों के मुताबिक लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों की वापसी में वह पति व बच्चों के साथ लौटी थी. जी हाँ, दरअसल लॉकडाउन में महानगरों से अपने गांव लौटे प्रवासी श्रमिकों के कारण पुलिस को कई केस सुलझाने में मदद मिल गई. ऐसे में अलीपुरा थाना प्रभारी प्रियंका मिश्रा ने बताया कि ''साल 2012 में ग्राम करारागंज के लक्ष्मण विश्वकर्मा ने 17 वर्षीय बेटी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. वहीं पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करके किशोरी की तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला.'' ऐसे में उन्होंने कहा हाल ही में उसे टीकमगढ़ जिले के कुड़ीला थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव से उसे खोज निकाला और इस दौरान वह अपने पति राममिलन विश्वकर्मा व तीन बच्चों के साथ सुखी जीवन बिता रही थी. इस मामले में बताया गया है कि वह दिल्ली से लौटी है और उसे छतरपुर के जिला न्यायालय में पेश किया गया. वहां उसने स्वीकारा कि वह अब बालिग है. तीन बच्चों की मां है और अब वह अपने पति राममिलन के साथ ही रहना चाहती है. इस मामले में मिले बयानों के आधार पर उसे अपने पति के साथ रहने की अनुमति दे दी गई. प्रेमिका से मिलने गर्ल्स हॉस्टल पाइप के सहारे जा रहा था प्रेमी, गिरकर मौत मूक-बधिर बेटी हुई दुष्कर्म का शिकार, बेबस पिता ने गर्भपात के लिए HC से लगाई गुहार दीवार लगाने के दौरान विवाद अधेड़ की गर्दन काट हत्या