कोच्ची: केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामलों के सिलसिले में आज सोमवार (25 सितंबर) को केरल के वायनाड, कोझिकोड और कोच्चि में 12 स्थानों पर तलाशी ली। सूत्रों ने बताया है कि यह तलाशी संगठन और उसके पूर्व नेताओं सहित अन्य के परिसरों में फैली हुई थी। बता दें कि, गैरकानूनी और आतंकी गतिविधियों के लिए केंद्र द्वारा पिछले साल सितंबर में संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और इसके कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया था। बताया जाता है कि ED कथित आतंकी गतिविधियों के साथ वित्तीय लेनदेन के संबंधों की जांच कर रही है। किस मिशन पर काम कर रहा PFI :- बता दें कि, बिहार के फुलवारी शरीफ में PFI के ठिकानों पर हुई छापेमारी के दौरान उसके खतरनाक और नापाक मंसूबों का पर्दाफाश हुआ था। यह कट्टरपंथी संगठन 2047 तक पूरे भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने के मिशन पर काम कर रहा है। छापेमारी में PFI के ठिकानों से ‘इंडिया विज़न 2047’ नामक डॉक्यूमेंट मिला था, जिसमे उसने विस्तार से बता रखा था कि, 2047 तक भारत को किस तरह इस्लामी झंडे के नीचे लाया जाएगा। इसके लिए वो, सोशल वर्क के नाम पर धन जुटाकर देश विरोधी प्रचार कर रहा है, मुस्लिम बहुल इलाकों में स्कूल, कॉलेज, मदरसों को लक्षित करके वहां कट्टरपंथ का जहर फ़ैला रहा है। हालाँकि, PFI संगठन प्रतिबंधित कर दिया गया है, इसके कई नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया है। लेकिन, काफी लोग अब भी बाहर हैं, या जमानत पर छूट चुके हैं और वे लोग अब दबे -छुपे तरीके से मुस्लिम युवाओं को हिंसा करने, पत्थरबाज़ी करने आदि की ट्रेनिंग दे रहे हैं। इसके साथ ही ये लोग कट्टरपंथी विचारों के प्रसार के लिए भर्तियां कर रहे हैं। इन्होने अलग-अलग विंग बना रखी है, जिसके जरिए ये सरकारी एजेंसियों को चकमा दे रहे हैं। इसके साथ ही ये लोग, सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म के जरिए हिन्दुओं को आपस में बांटने की साजिश पर भी काम कर रहे हैं, वे SC/ST और OBC को हिन्दुओं के खिलाफ भड़काकर अपनी तरफ मिलाना चाहते हैं, जिससे सत्ता प्राप्ति में आसानी हो। बरामद डॉक्यूमेंट के अनुसार इनका अंतिम मिशन अच्छी संख्या में मुस्लिमों के साथ आते ही बलपूर्वक सत्ता पर कब्जा करना है। शाहीनबाग़ प्रदर्शन, दिल्ली दंगे में भी PFI की भूमिका सामने आ चुकी है, देश के हर हिस्से में हिन्दुओं द्वारा निकाली जा रही शोभायात्राओं पर हुए हमलों के पीछे भी PFI की कट्टरपंथी सोच होने की आशंका जताई जा रही है। ‘इंडिया विज़न 2047’ नामक डॉक्यूमेंट को PFI ने अपने कैडर के बीच आंतरिक रूप से प्रसारित किया है। उसका लक्ष्य ‘कायर हिंदुओं’ पर पूरी तरह से हावी होना और उन्हें अपने अधीन करना है। उसका कहना है कि, यह लक्ष्य तब ही हासिल किया जा सकता है, जब PFI के पीछे 10 फीसद मुस्लिम एकजुट हों। उसका मानना है कि, यदि 10 फीसद मुस्लिम भी उसके साथ आ गए, तो कायर हिन्दुओं को घुटने पर ले आएंगे। यह भी खुलासा हुआ है कि PFI अपनी बैठक में कट्टरपंथ और हिंसा फैलाने का प्रशिक्षण देता है। पत्थर फेंकने से लेकर घर की छत पर पत्थर जमा करने तक PFI की बैठकों में सिखाया जाता है। इसके साथ ही PFI, लोगों को भीड़ में जुटना, फिर लोगों को भड़काकर दंगा फैलाने का भी प्रशिक्षण देता है। गिरफ्तार किए गए PFI सदस्यों से पूछताछ में यह भी पता चला है कि दक्षिण भारत में 200 से ज्यादा आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। PFI का मकसद गरीब, भिखारी और प्रताड़ित मुस्लिम युवाओं को टारगेट करना है। इन लोगों को दिमाग में हिंदू विरोधी जहर भरकर उनका ब्रेनवॉश करना भी शामिल है। 2047 तक भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने के लिए वो SC/ST और OBC को हिन्दुओं के खिलाफ भड़काकर 'फूट डालो और राज करो' की नीति पर काम कर रहा है। गजब की निष्पक्षता ! उदयनिधि पर टिप्पणी करने के मामले में नेता महेश गिरफ्तार, क्या 'सनातन' को गालियां देना सेक्युलर पार्टियों का अधिकार ? 'प्रधानमंत्री मोदी को भगवान का भारत को दिया गया वरदान है', भोपाल में बोले CM शिवराज महिला आरक्षण: संसद में किया पूरा समर्थन, अब 21 महिलाओं को आगे कर इसकी खामियां गिनाएगी कांग्रेस, दोहरे रवैये पर सवाल?