आइज़वाल: मिजोरम के सीएम जोरमथंगा (Zoramthanga) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा राज्य की नई मुख्य सचिव रेणु शर्मा की नियुक्ति पर फिर से विचार करने का आग्रह किया है. सीएम जोरमथंगा ने कहा है कि उनके कैबिनेट मंत्रियों को हिंदी नहीं आती है और इसलिए सूबे के एडिश्नल मुख्य सचिव जेसी रामथंगा को मुख्य सचिव (CS) का पद दिया जाना चाहिए. अपने पत्र में सीएम जोरमथंगा ने लिखा है कि, 'गुजरात कैडर के मेरे मुख्य सचिव श्री लालनुनमाविया चुआउगो के सेवानिवृत्त होने के बाद, मैंने अपने मौजूदा एडिश्नल मुख्य सचिव श्री जेसी रामथंगा (मणिपुर कैडर) को अगला मुख्य सचिव बनाने का आग्रह किया था. हालांकि, गृह मंत्रालय ने श्रीमती रेणु शर्मा को नया मुख्य सचिव बना दिया है.' अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि मिज़ोरम के लोग हिंदी नहीं समझते हैं, और मेरे कैबिनेट मंत्रियों में से भी कोई हिंदी नहीं बोलता. उनमें से कुछ को अंग्रेजी भाषा से भी दिक्कत है.' सीएम ने आगे लिखा कि, इस स्थिति में, एक मुख्य सचिव जिसे कामकाजी मिजो भाषा का बिल्कुल भी ज्ञान न हो, वो कभी भी एक असरदार और कुशल मुख्य सचिव नहीं हो सकता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए, केंद्र सरकार ने कभी भी मिजोरम में ऐसे मुख्य सचिव की नियुक्ति नहीं की, जो मिजोरम राज्य के निर्माण के बाद से मिजो भाषा के कार्य करने के मानकों से परिचित न हो. उन्होंने लिखा कि अन्य राज्यों में यह प्रथा रही है कि एक मुख्य सचिव, जो संबंधित राज्य की मूल कामकाजी भाषा नहीं समझता, उसे वहां कभी तैनात नहीं किया जाता. उन्होंने कहा कि यदि उनके इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया गया, तो कांग्रेस और अन्य तमाम विपक्षी दल उनका मजाक उड़ाएंगे. ISS से चार एस्ट्रोनोट्स लेकर पृथ्वी पर लौटा Spacex, पूरा हुआ 200 दिन का स्पेस मिशन बिटकॉइन और एथेरियम में आया जबरदस्त उछाल भारत पर मंडरा रहा जलवायु परिवर्तन का खतरा, बड़े पैमाने पर प्रभावित हो सकती है चीजें