महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज ने शुक्रवार को 31 मार्च को समाप्त तिमाही के लिए अपने समेकित शुद्ध लाभ में 8 प्रतिशत की गिरावट 219 करोड़ रुपये बताई। कंपनी ने 31 मार्च को समाप्त तिमाही के दौरान 150 करोड़ रुपये के कर के बाद स्टैंडअलोन लाभ की सूचना दी है, जो पिछले साल की समान तिमाही में 221 करोड़ रुपये के मुकाबले 32 प्रतिशत नीचे है। कर से पहले लाभ 292 करोड़ रुपये से 41 प्रतिशत गिरकर 171 करोड़ रुपये हो गया जबकि पूर्व प्रावधान परिचालन लाभ 1,057 करोड़ रुपये रहा, जो वर्ष-दर-अवधि में 9 प्रतिशत की वृद्धि को चिह्नित करता है। पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तरह की जनवरी मार्च तिमाही के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ 239 करोड़ रुपये रहा था। महिंद्रा फाइनेंस ने एक बयान में कहा, 31 मार्च, 2021 को समाप्त तिमाही के दौरान इसकी समेकित कुल आय में मामूली गिरावट आई, जबकि एक साल पहले 3,140 करोड़ रुपये थे। कंपनी ने कहा, पूर्व प्रावधान लाभ 1,057 करोड़ रुपये था, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 9 प्रतिशत की वृद्धि है। वित्त वर्ष 21 के लिए समेकित शुद्ध लाभ 28 प्रतिशत घटकर 780 करोड़ रुपये रहा और आय 1 प्रतिशत बढ़कर 12,171 करोड़ रुपये रही। शुक्रवार को महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर एनएसई पर 174.70 रुपये के पिछले बंद होने की तुलना में 2.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 178.40 रुपये प्रति यूनिट पर बंद हुए। 59 वर्ष का टूटा रिकॉर्ड, न्यूनतम स्तर पर पहुंची बैंक कर्ज वृद्धि सरकार के क्रेडिट-चालित प्रोत्साहन के बीच धीमा हुआ क्रेडिट का विकास अप्रैल-फरवरी वित्त वर्ष 20-21 के दौरान भारत का प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात रहा इतने प्रतिशत